Ludhiana : फैक्ट्रीयों में छापेमारी, 10 लड़कियों सहित 74 बाल मजदूरों को करवाया आजाद

Edited By Kamini,Updated: 12 Jun, 2024 10:04 PM

ludhiana raid in factories 74 child labourers including 10 girls freed

विश्व बाल मजदूरी विरोधी दिवस के मौके पर राष्ट्रीय बाल सुरक्षा अधिकार कमिशन एवं जिला टास्क फोर्स टीम ने बाल मजदूरी विरोधी सप्ताह के दूसरे दिन सांझा कार्रवाई करते हुए काकोवाल रोड स्थित 4 विभिन्न फैक्ट्रीयों में छापेमारी कर 10 लड़कियों सहित 74  मासूम...

लुधियाना (खुराना) : विश्व बाल मजदूरी विरोधी दिवस के मौके पर राष्ट्रीय बाल सुरक्षा अधिकार कमिशन एवं जिला टास्क फोर्स टीम ने बाल मजदूरी विरोधी सप्ताह के दूसरे दिन सांझा कार्रवाई करते हुए काकोवाल रोड स्थित 4 विभिन्न फैक्ट्रीयों में छापेमारी कर 10 लड़कियों सहित 74  मासूम बच्चों को बाल मजदूरी की कैद से आजादी दिलवाने में बड़ी सफलता प्राप्त की है।

PunjabKesari

इस मौके पर दिल्ली से विशेष तौर पर पहुंची नेशनल कमीशन बाल अधिकार सुरक्षा कमेटी की पायल शर्मा, डॉक्टर दिव्या गुप्ता एवं स्वास्ति प्रिया सलाहकार ने जिला टास्क फोर्स टीम में शामिल 8 विभिन्न सरकारी विभागों के अधिकारियों, कर्मचारियों और मानव तस्करी विरोधी पुलिस रास्ते के जवानों सहित काकोवाल रोड स्थित विभिन्न औद्योगिक घरानों में ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए 74 बच्चो को बाल मजदूरों की दलदल से निजात दिलवाने में बड़ी कामयाबी हासिल की है। टीम द्वारा बड़े पैमाने पर मासूम बच्चों को बाल मजदूरी के बंधनों से आजाद करवाने के मामले में विश्व नोबेल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने ट्वीट कर बच्चों के उज्जवल भविष्य को लेकर शुभकामनाएं दी है। 

जानकारी देते हुए बचपन बचाओ आंदोलन के पंजाब कोऑर्डिनेटर यादविंदर सिंह ने बताया कि जिला टास्क फोर्स द्वारा उक्त कार्रवाई को बचपन बचाओ आंदोलन संस्था की शिकायत के आधार पर अंजाम दिया गया है। उक्त  बाल मजदूरों को रिहा करवाने के बाद स्थानीय सिविल अस्पताल से डॉक्टरी जांच करवाई गई और अगली कार्रवाई संबंधी सभी बच्चे चाइल्ड वेलफेयर कमेटी को सौंप दिए गए हैं। जानकारी के मुताबिक छापेमारी दौरान आजाद करवाए गए सभी बाल मजदूर माइग्रेंट है जोकि यू.पी और बिहार सहित अन्य राज्यों से संबंधित है जिसमें मानव तस्करी जैसे अपराध को नजर अंदाज नहीं किया जा सकता है। विभागीय सूत्रों के मुताबिक विभिन्न राज्यों में सक्रिय दलालों द्वारा मासूम बच्चों के मां-बाप को बच्चों के उज्जवल भविष्य के झूठे सपने दिखाकर अन्य राज्यों में ले जाकर बाल मजदूरी की दलदल में धकेला जा रहा है। इस मौके पर डिप्टी डायरेक्टर का फैक्ट्री द्वारका दास, गुरप्रीत सिंह अस्सिटेंट लेबर कमिश्नर, अरुण कुमार लेबर इंस्पेक्टर, हरमिंदर सिंह रोमी शिक्षा विभाग, स्वस्थ विभाग, मानव तस्करी विरोधी पुलिस दस्ते के जवानों सहित कई अन्य विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।

क्या कहते हैं टीम के सदस्य 

मामले को लेकर प्रेस वार्ता करते हुए नेशनल कमीशन बाल सुरक्षा अधिकार के सदस्यों गुप्ता पायल शर्मा और स्वस्ति प्रिया ने कहां की महानगर में बड़े पैमाने पर बाल मजदूरी हो रही है जिसमें बच्चों के भविष्य पर  अनपढ़ता, बेरोजगारी, गरीबी भुखमरी जैसा ग्रहण लग रहा है जबकि अधिकारी इस मामले को लेकर बिल्कुल भी संजीदा दिखाई नहीं दे रहे है l उन्होंने कहा यह गंभीर मामला है क्योंकि बच्चे देश का भविष्य होते हैं और उनके भविष्य को सुरक्षित एवं शिक्षक करना जिला प्रशासनिक अधिकारियों की मौलिक जिम्मेदारी बनती है उन्होंने कहा छापेमारी के दौरान आजाद करवाए गए 74 बच्चों के पुनर्वास संबंधी सरकार की सभी योजनाओं का जिला प्रशासन द्वारा बच्चों को तुरंत प्रभाव से लाभ दिलवाया जाए ताकि बच्चों को शिक्षा जैसे बहुमूल्य ज्ञान से जोड़ा कर उनके जीवन को प्रकाशमय बनाया जा सके l

अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here 

Related Story

Trending Topics

India

97/2

12.2

Ireland

96/10

16.0

India win by 8 wickets

RR 7.95
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!