Edited By Subhash Kapoor,Updated: 26 Jun, 2024 05:48 PM
![ludhiana electricity and water supply stopped across the city](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_6image_17_47_58690495413-ll.jpg)
हड़ताल पर चल रहे बिजली विभाग के कच्चे कर्मचारियों ने लाइनमैन विजय कुमार की मौत के बाद बड़ा आंदोलन छेड़ दिया है।
लुधियाना (खुराना) : हड़ताल पर चल रहे बिजली विभाग के कच्चे कर्मचारियों ने लाइनमैन विजय कुमार की मौत के बाद बड़ा आंदोलन छेड़ दिया है। हालात ये बने हुए हैं कि शहर भर में बिजली की सप्लाई ठप्प होने के कारण हर तरफ कोहराम मचा हुआ है, जिसके कारण भयानक गर्मी के बीच बिजली पीने वाले पानी की बूंद-बूंद को तड़प रहे लोगों का गुस्सा सातवें आसमान और पहुंच चुका है।
शहर भर के अधिकतर इलाकों में बिजली और पानी की सप्लाई व्यवस्था बुरी तरह से ठप्प पड़ने के कारण लोगों का गुस्सा सातवें आसमान को छूने लगा है। लोगों द्वारा पावर कॉम विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के खिलाफ उनके फोन तक नहीं उठाने के आरोप लगाए जा रहे हैं जबकि अधिकारी भी इस मामले को लेकर पूरी तरह से बेबस दिखाई दे रहे हैं क्योंकि बिजली की लाइनों की मुरम्मत करने वाले सभी लाइनमैन कामकाज बंद कर हड़ताल पर चल रहे हैं, जिसके कारण उपभोक्ताओं की शिकायतों का निवारण लगभग रुक गया है। हालत यह बने हुए हैं कि शहर भर के अधिकतर इलाकों में बिजली की सप्लाई 30 से अधिक घंटे तक बंद पड़ी हुई है और कर्मचारियों की हड़ताल के कारण विभाग के पास बिजली ठीक करने वाले कर्मचारियों की संख्या बहुत ही कम है जबकि उपभोक्ताओं की शिकायतों का लगातार अंबार लगता जा रहा है।
चीफ इंजीनियर के कार्यालय में किया धरना-प्रदर्शन
लाइनमैन विजय कुमार के साथ हुए दर्दनाक हादसे के बाद से ही हड़ताल पर चल रहे लाइनमैनों ने अस्पताल में इलाज दौरान विजय कुमार की हुई मौत के विरोध में पंजाब स्टेट पावर कार्पोरेशन के फिरोजपुर रोड स्थित कार्यालय में धरना प्रदर्शन किया। कर्मचारी अपनी मांग को लेकर अड़े हुए हैं कि जब तक पावर कॉम विभाग के एक्सियन के खिलाफ फिर दर्ज नहीं की जाती तब तक वह मृतक विजय कुमार की डेड बॉडी अस्पताल से नहीं उठाएंगे। कर्मचारियों ने विभाग के कार्यालय में जोरदार नारेबाजी करते हुए अपनी मांगों को दोहराया कि मृतक लाइनमैन विजय कुमार के भाई को सरकारी नौकरी, परिवार को मुआवजा राशि व अधिकारी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई नहीं करने तक वह शव का संस्कार नहीं करेंगे ।