Edited By Vatika,Updated: 13 Jul, 2024 02:23 PM

जालंधर वेस्ट सीट पर हुए उपचुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी को शानदार जीत हासिल हुई है,
लुधियाना( हितेश): जालंधर वेस्ट सीट पर हुए उपचुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी को शानदार जीत हासिल हुई है, जिसके चलते मोहिंदर भगत नए विधायक बन गए हैं, जहां तक मोहिंदर भगत का सवाल है, वो दो बार की हार के बाद पार्टी बदलकर विधानसभा पहुंचे हैं। यहां बताना उचित होगा कि 2017 व 2022 के विधानसभा चुनाव के दौरान मोहिंदर भगत भाजपा के उम्मीदवार थे लेकिन वह दोनों बार चुनाव हार गए और 2017 में दूसरे व 2022 के विधानसभा चुनाव के दौरान तीसरे नंबर पर रहे। इसके बाद मोहिंदर भगत भाजपा छोडकर आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए और उन्हें विधायक शीतल अंगुराल द्वारा इस्तीफा देने की वज़ह से हुए उपचुनाव के दौरान आप द्वारा उम्मीदवार बनाया गया। इस सीट पर हुई मोहिंदर भगत की रिकॉर्डतोड़ जीत को आम आदमी पार्टी के निचले वर्कर से लेकर खुद मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा दिन रात मेहनत करने का नतीजा माना जा रहा है।
सियासी विरासत बचाने में भी रहे कामयाब
जालंधर वेस्ट सीट पर हुए उपचुनाव के दौरान मोहिंदर भगत की जीत से जुड़ा हुआ एक पहलू यह भी है कि वह सियासी विरासत बचाने में भी कामयाब रहे हैं क्योंकि इस सीट से मोहिंदर भगत के पिता चुन्नी लाल भगत 2007 व 2012 के दौरान दो बार विधायक रहे और लोकल बॉडी मंत्री भी बने थे। जिन्होंने अपनी सियासी विरासत 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान मोहिंदर भगत को सौंप दी थी लेकिन लगातार दो बार भाजपा से टिकट मिलने के बावजूद मोहिंदर भगत को विधानसभा चुनाव में सफलता नहीं मिली। अब आम आदमी पार्टी के जरिए विधानसभा में पहुंच कर मोहिंदर भगत अपनी सियासी विरासत बचाने में कामयाब हुए हैं।