Edited By Vatika,Updated: 30 Jul, 2020 09:44 AM
पंजाब को खालिस्तान बनाने के दावे कर रहे गुरपतवंत सिंह पन्नू ने आज कैनेडा में भारत का राष्ट्रीय ध्वज जलाकर एक अन्य बड़ी घोषणा कर दी
गुरदासपुर(हरमन): पंजाब को खालिस्तान बनाने के दावे कर रहे गुरपतवंत सिंह पन्नू ने आज कैनेडा में भारत का राष्ट्रीय ध्वज जलाकर एक अन्य बड़ी घोषणा कर दी है। इस संबंधी सार्वजनिक की एक वीडियो द्वारा पन्नू व उसके कुछ अन्य साथियों ने जहां भारत सरकार की कड़ी नुक्ताचीनी करते हुए खालिस्तान के पक्ष में नारेबाजी की, उसके साथ ही पन्नू ने भारत के जलाए ध्वज की राख कैनेडा की राजधानी ओटावा स्थित भारत के एम्बैसेडर अजय बिसारिया को भेजकर चुनौती दी है कि यदि भारत सरकार में हिम्मत है तो वह 15 अगस्त को सिख्स फार जस्टिस द्वारा भारतीय एम्बैसियों समक्ष की जाने वाली रजिस्ट्रेशन को रोककर दिखाए।
इसके चलते पन्नू ने कैनेडा में आज भारत के राष्ट्रीय ध्वज के साथ कैनेडा का राष्ट्रीय ध्वज व खालिस्तान का ध्वज लगाकर इन तीनों ध्वजों की तुलना की और भारत के ध्वज को सिखों की नस्लकुशी व पंजाब की आजादी छीनने वाला ध्वज कहते हुए इसे अग्निभेंट कर दिया। इसके बाद पन्नू के साथ उपस्थित कुछ सिख व्यक्तियों ने भारत के ध्वज को पैरों नीचे कुचल कर खालिस्तान के पक्ष में नारेबाजी की।इस दौरान पन्नू ने कैनेडा के ध्वज को समानता व सिखों सहित अन्य वर्गों के पक्ष की बात करने वाला ध्वज कहा। पन्नू ने वीडियो द्वारा कहा कि भारत इस बात में अपनी बड़ी जीत समझ रहा है कि उसने कैनेडा में भी खालिस्तान की बात करने पर रोक लगवा दी है, लेकिन आज वह कैनेडा में ही खड़े हैं और भारत सरकार को चैलेंज करते हैं कि यदि भारत सरकार में हिम्मत है तो उसे रोककर दिखाए।
इतना ही नहीं, गुरपतवंत सिंह पन्नू ने यह भी घोषणा की कि कुछ दिनों उपरांत भारत में मनाया जाने वाला 15 अगस्त का दिवस सिखों की आजादी का दिवस नहीं है और सिख्स फार जस्टिस के नेता कैनेडा, अमरीका, इंगलैंड, इटली, जर्मनी, फ्रांस, आस्ट्रेलिया व न्यूजीलैंड में भारतीय एम्बैसियों समक्ष खालिस्तान रैफरैंडम- 2020 के वोटरों की रजिस्ट्रेशन करेंगे। यह घोषणा करते हुए पन्नू ने केन्द्र सरकार को इस रजिस्ट्रेशन को रोककर दिखाने की चुनौती भी दी है।