Edited By swetha,Updated: 09 Dec, 2019 09:01 AM

धरने पर बैठे किसान जगसीर सिंह निवासी कोटड़ा (कौडिय़ां वाला) जिला बठिंडा द्वारा कोई जहरीली वस्तु निगल कर अपनी जीवन लीला समाप्त करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है।
जैतो(जिंदल): धरने पर बैठे किसान जगसीर सिंह निवासी कोटड़ा (कौडिय़ां वाला) जिला बठिंडा द्वारा कोई जहरीली वस्तु निगल कर अपनी जीवन लीला समाप्त करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। किसान यूनियन मृतक जगसीर का अंतिम संस्कार न करने पर अड़ गई है। इस धरने में मृतक के पारिवारिक सदस्यों में उसकी पत्नी गुरमीत कौर, लड़का गुरविंद्र सिंह व गांववासी पहुंचे। प्रधान जगजीत सिंह ने कहा कि किसानों के अधिकारों के लिए किसान जगसीर सिंह ने जान दी है। उन्होंने मृतक के पारिवारिक सदस्यों, यूनियन तथा रिश्तेदारों के साथ सलाह-मशवरा करने के पश्चात फैसला लिया कि मृतक के परिवार को एक करोड़ रुपए तथा परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए व सरकार द्वारा उन्हें सारी मैडीकल सुविधा दी जाएं।
जब तक सरकार उपरोक्त सभी मांगें पूरी नहीं करेगी, तब तक मृतक किसान का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। किसान का शव सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया है। उल्लेखनीय है कि गत एक माह से भाकियू एकता सिद्धूपुर द्वारा पराली जलाने वाले किसानों पर दर्ज किए गए पर्चे रद्द करवाने व किए गए जुर्मानों को माफ करवाने आदि के संबंध में लगातार धरना जारी है। आज के धरने का नेतृत्व भाकियू एकता पंजाब के प्रधान जगजीत सिंह कर रहे थे। धरने में किसान नेता नछत्तर सिंह, कश्मीर सिंह, अर्जुन सिंह, सुखदेव सिंह, गुरमेल सिंह, रणजीत सिंह डोड, सुरजीत सिंह संगरूर, सुखविंद्र सिंह रोडीकपूरा आदि मौजूद थे।