Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Nov, 2017 11:25 AM
राक में फंसे 39 भारतीयों में से एक धूरी के प्रितपाल शर्मा का परिवार आज भी अपने परिवार के मुखिया की घर वापसी का इंतजार कर रहा है तथा उसकी सही सलामत घर वापसी की दुआ कर रहा है। केन्द्र सरकार के निर्देशों पर प्रितपाल शर्मा का बेटा अमृतसर में डी.एन.ए....
धूरी (संजीव जैन): ईराक में फंसे 39 भारतीयों में से एक धूरी के प्रितपाल शर्मा का परिवार आज भी अपने परिवार के मुखिया की घर वापसी का इंतजार कर रहा है तथा उसकी सही सलामत घर वापसी की दुआ कर रहा है। केन्द्र सरकार के निर्देशों पर प्रितपाल शर्मा का बेटा अमृतसर में डी.एन.ए. टैस्ट के लिए गया है, जबकि सरकार को चाहिए था कि पहले से ही दुखों की मार झेल रहे ऐसे परिवारों का डी.एन.ए. टैस्ट लेने के लिए सेहत विभाग के प्रतिनिधियों को पीड़ित परिवारों के घरों में भेजा जाना चाहिए।
इस मौके पर प्रितपाल शर्मा की पत्नी राज रानी ने भरे मन से बताया कि 2011 में उसका पति ईराक गया था तथा ईराक में मेहनत-मजदूरी करके अपने परिवार के पालन-पोषण हेतु 12 हजार रुपए प्रति महीना भेजता था लेकिन 2014 में टी.वी. पर चली एक खबर के माध्यम से उन्हें पता लगा था कि ईराक में 39 भारतीयों को बंदी बना लिया गया है, जिसके बाद से उनका प्रितपाल शर्मा से कोई सम्पर्क नहीं हुआ है।
लंबा समय निकलने के उपरांत प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा उनकी वित्तीय मदद के लिए सरकार को लिख कर भेजा गया था, जिस पर सरकार द्वारा उन्हें 20 हजार रुपए प्रति महीना के हिसाब से वित्तीय मदद की जा रही है लेकिन उनका परिवार अपने मुखी की सही सलामत घर वापसी चाहता है। उन्होंने कहा कि लंबे समय से केन्द्र सरकार उन्हें गुमराह कर रही है तथा वास्तविकता लोगों के सामने नही रख रही है। उन्होंने मांग की कि उनके पुत्र नीरज (28) या बेटी दीक्षा (17) को सरकारी नौकरी दी जाए।