Edited By Vaneet,Updated: 03 Dec, 2019 08:31 PM
ट्रैवल करते समय अगर कोई महिला खुद को असुरक्षित महसूस करे तो अब उसे घबराने की जरूरत नहीं है।...
चंडीगढ़: ट्रैवल करते समय अगर कोई महिला खुद को असुरक्षित महसूस करे तो अब उसे घबराने की जरूरत नहीं है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आज महिलाओं को सुरक्षित रूप से घर छोडऩे के लिए मुफ्त पुलिस सहायता की घोषणा करते हुए कहा कि रात 9 बजे से सुबह 6 बजे के बीच महिलाओं को पुलिस खुद घर छोडऩे जाएंगी। राज्य-व्यापी सुविधा डायल 100, 112 व 181 पर उपलब्ध होगी।
मुख्यमंत्री कैप्टन ने डीजीपी दिनकर गुप्ता को निर्देश दिया है कि वे राज्य भर में इस सुविधा को लागू करना सुनिश्चित करें। पिकअप तथा ड्रॉप की सुविधा उन महिलाओं को उपलब्ध होगी, जिनके पास सुरक्षित वाहन तक नहीं है, जिनमें टैक्सी या 3-व्हीलर शामिल हैं। महिला कॉलर को संपूर्ण सुरक्षा की भावना देने के लिए मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि परिवहन के दौरान कम-से-कम एक महिला पुलिस अधिकारी उसके साथ होनी चाहिए। डीजीपी ने कहा कि योजना के कार्यान्वयन के लिए समर्पित पीसीआर वाहन आयुक्तों के साथ-साथ मोहाली, पटियाला और बठिंडा और राज्य के अन्य प्रमुख शहरों में उपलब्ध कराए जाएंगे। प्रत्येक जिले में योजना को लागू करने के लिए नोडल अधिकारी होंगे।
गौरतलब हैकि तेलंगाना के सरकारी अस्पताल में काम करने वाली पशु चिकित्सक युवती से गुरुवार को रात में चार लोगों ने बलात्कार किया था और उसकी हत्या कर दी थी जिसके बाद पुलिस ने चारो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। बलात्कार व हत्या पर देशव्यापी सार्वजनिक उपद्रव के बीच मुख्यमंत्री कैप्टन यह दिशा-निर्देश आए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि तेलंगाना की घटना पर झटका देते हुए उनकी सरकार राज्य में महिलाओं की सुरक्षा के लिएपूरी तरह से प्रतिबद्ध है।