Edited By swetha,Updated: 31 Jan, 2020 08:28 AM
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने शिरोमणि अकाली दल पर अपने राजनीतिक हितों को प्रोत्साहित करने के लिए संवैधानिक सिद्धांतों से समझौता करने के आरोप लगाते हुए कहा है कि इसका पता दिल्ली चुनावों में शिअद द्वारा यू-टर्न लेते हुए भारतीय जनता...
चंडीगढ़/जालंधर(अश्वनी, धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने शिरोमणि अकाली दल पर अपने राजनीतिक हितों को प्रोत्साहित करने के लिए संवैधानिक सिद्धांतों से समझौता करने के आरोप लगाते हुए कहा है कि इसका पता दिल्ली चुनावों में शिअद द्वारा यू-टर्न लेते हुए भारतीय जनता पार्टी को समर्थन देना है। अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल के ताजा बयान कि उनकी पार्टी दिल्ली में भाजपा के साथ है, पर टिप्पणी करते मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसा कर अकालियों का झूठ जनता के सामने आ गया है, जो कि सी.सी.ए. के खिलाफ हैं।
सुखबीर द्वारा लिए यू-टर्न तथा दोनों पार्टियों के मध्य आपसी तालमेल के अभाव की बात कहने पर कैप्टन ने मांग की कि क्या भाजपा सी.ए.ए. में संशोधन को लेकर अकाली दल के पुराने स्टैंड पर सहमत हो गई है या अकालियों ने एक बार फिर से राष्ट्रीय हितों से खिलवाड़ करते हुए भाजपा के आगे सरैंडर कर दिया है?
मुख्यमंत्री कैप्टन ने सुखबीर से कहा कि उन्हें जनता को इस संबंध में स्पष्टीकरण देना चाहिए। कैप्टन ने कहा कि एक गंभीर मुद्दे पर अकाली दल ने गैर-सैद्धांतिक स्टैंड लिया जो अगले दिन ही बेनकाब हो गया क्योंकि संसद में अकाली दल ने सी.ए.ए. का पूरी तरह से समर्थन किया था। उन्होंने अकाली दल से कहा कि एक सप्ताह के अंदर ही उसने भाजपा को दिल्ली में समर्थन देने की बात कह दी है क्योंकि इससे पहले वह सी.ए.ए. के मुद्दे पर राजनीतिक लाभ उठाना चाहते थे। दिल्ली की घटना ने अकालियों को पूरी तरह से बेनकाब कर दिया है। उन्होंने कहा कि सुखबीर का शर्मनाक चेहरा जनता के सामने आ गया है और साथ ही इससे यह भी पता चल गया है कि अकाली दल का सी.ए.ए. पर स्टैंड कभी भी नहीं रहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुखबीर को 2 दिन पहले ही स्पष्टीकरण देना पड़ा था कि अकाली दल व भाजपा गठजोड़ पूरी तरह से बरकरार है।