Edited By swetha,Updated: 10 Aug, 2019 11:36 AM
जम्मू-कश्मीर में नजरबंद नेताओं को रिहा करे सरकार
जालंधर(चोपड़ा): कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर पिछले लंबे समय से चल रही पशोपेश की स्थिति के समाधान को लेकर शनिवार को कांग्रेस कार्यसमिति की हो रही बैठक से पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व कानून मंत्री अश्वनी कुमार ने कहा कि कांग्रेस में नेतृत्व संबंधी मसले के महत्वपूर्ण निर्णय को इस तरह से सुलझाया जाना चाहिए, जिससे पार्टी और कार्यकर्ताओं में आत्मसम्मान की भावना पैदा हो बल्कि देश में आमजन की समस्याओं का भी समाधान करवाया जा सके।
उचित विचार-विमर्श के बाद लिया जाएगा फैसला
उन्होंने कहा कि अध्यक्षीय ढांचे में सामूहिक तौर पर उचित विचार-विमर्श के बाद फैसले लिए जाते हैं जोकि ज्ञान, अनुभव और युवा गतिशीलता पर आधारित होते हैं। विभिन्न स्तरों पर नेतृत्व के लिए ऐसे लोगों का चयन किया जाना चाहिए जिससे पार्टी कार्यकर्ताओं में गर्व और समावेश की भावना पैदा हो तथा वह निर्णय लेने की प्रक्रिया में अपनी भागीदारी अनुभव करे। अश्वनी ने कहा कि लोगों में राजनीतिक जागरूकता देखते हुए देश की जनता कांग्रेस को मजबूत, रचनात्मक और सजग विपक्ष के तौर पर देखना चाहती है। पार्टी का नया अध्यक्ष ऐसा होना चाहिए जो पद की शान, विश्वसनीयता व स्वीकार्यता को बढ़ा सके।
जम्मू-कश्मीर में नजरबंद नेताओं को रिहा करे सरकार
अनुच्छेद 370 पर बोलते हुए कहा कि पार्टी का स्टैंड राष्ट्रीय भावनाओं के अनुरूप होना चाहिए। राष्ट्रीय एकता व सुरक्षा को प्रभावित करने वाले बड़े राजनीतिक व नीति संबंधी फैसले पर संवैधानिक तरीके से बहस होनी चाहिए। अब आशा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जम्मू-कश्मीर को सम्पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए कदम उठाना और वहां नजरबंद किए नेताओं को रिहा करना होगा।