Edited By Sunita sarangal,Updated: 01 Apr, 2020 12:03 PM
प्रशासन द्वारा लोगों की सुविधा के लिए दवा की दुकानें खोलने के जो आदेश दिए गए थे, सोमवार को उनकी जमकर धज्जियां उड़ीं। दिलकुशा मार्कीट में मेले जैसे हालात देखने को मिले जोकि....
जालंधर(पुनीत): प्रशासन द्वारा लोगों की सुविधा के लिए दवा की दुकानें खोलने के जो आदेश दिए गए थे, सोमवार को उनकी जमकर धज्जियां उड़ीं। दिलकुशा मार्कीट में मेले जैसे हालात देखने को मिले जोकि किसी खतरे से कम नहीं था, प्रमुखता से उक्त समाचार प्रकाशित होने के बाद प्रशासन हरकत में आया और मंगलवार हालात सुधरे हुए नज़र आए।
पुलिस द्वारा दिलकुशा मार्कीट के सभी एंट्री प्वाइंट सील कर दिए गए और दवा लेने के लिए आने वाले किसी भी व्यक्ति को वाहन के साथ अंदर नहीं जाने दिया गया। दवा की दुकानों के बाहर पुलिस का पहरा रहा व नियमों के मुताबिक दवाएं बेचीं गईं। इस दौरान लोगों की लाइनें लगवाई गईं और उन्हें दूरी बनाकर रखने के लिए कहा गया। बिना दवाओं की पर्ची के आने वाले व्यक्ति को भी वापस भेज दिया गया। वहीं दिलकुशा मार्कीट को छोड़कर शहर में अन्य दवा की दुकानों की बात की जाए तो वहां पर लोगों की भीड़ देखने को मिली। अधिकतर दुकानदारों द्वारा सावधानी अपनाते हुए लोगों को नियमों का पालन करने के लिए हिदायतें जारी की जा रही थीं।
कई स्थानों पर लाईनें तो लगीं लेकिन दूरी का नियम नहीं अपनाया गया
दिलकुशा मार्कीट में हालात सुधरे लेकिन शहर में कई स्थानों पर नियमों का उल्लंघन होता दिखा। इस दौरान कई बैंकों व अन्य स्थानों के बाहर लोगों की लंबी लाइनें देखने को मिलीं लेकिन लोगों द्वारा नियमों को नहीं अपनाया गया जोकि किसी खतरे को निमंत्रण देने से कम नहीं है। खुरला किंगरा के पास स्थित एक बैंक की ब्रांच के बाहर लोगों की लंबी कतारें देखने को मिलीं। महिलाओं व पुरूषों की लाइन अलग-अलग देखने को मिली लेकिन आपस में दूरी बनाकर रखने के नियमों को नहीं अपनाया गया।
बारिश के चलते सप्लाई फिर हुई प्रभावित
कर्फ्यू के शुरुआती दिनों में घरेलू इस्तेमाल की वस्तुओं को लेकर लोगों को खासी दिक्कत पेश आई थी, प्रशासन द्वारा डिलीवरी सर्विसिज का सहारा लेने के बाद हालात सामान्य करने के लिए बढ़िया कदम उठाया गया था जिससे लोगों ने राहत ली। गत दिन कई इलाकों में रुक-रुक कर पड़ी बारिश के कारण लोगों को घरों तक होने वाली सप्लाई का काम फिर प्रभावित हुआ। कई इलाकों में सब्जियों की रेहड़ियां नहीं आ पाईं।