Edited By Mohit,Updated: 06 Dec, 2019 08:53 PM
जालंधर के उपायुक्त जालंधर वरिंदर कुमार शर्मा ने शुक्रवार को कहा कि फिल्लौर और............
फिल्लौरः जालंधर के उपायुक्त जालंधर वरिंदर कुमार शर्मा ने शुक्रवार को कहा कि फिल्लौर और गोराया के लोगों को सुविधा प्रदान करने के लिए नया सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित किया जाएगा जिस पर 16 करोड़ रुपए की लागत आएगी। शर्मा ने आज स्थानीय सरकारी विभाग से गोरैया में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) पर काम शुरू करने की प्रक्रिया में तेजी लाने को कहा। उन्होंने फिल्लौर और गोराया के विभिन्न सरकारी कार्यालयों में निरीक्षण किया।
उन्होंने कहा कि लोगों की सुविधा के लिए प्लांट को जल्द से जल्द पूरा करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि शहर की सीवरेज समस्या को हल करने के अलावा, यह शहर को साफ और हरा-भरा बनाने में भी मदद करेगा। सिंचाई उद्देश्य के लिए उपचारित पानी के इष्टतम उपयोग को आश्वस्त करने के लिए जल्द से जल्द एक योजना तैयार की जानी चाहिए। उपायुक्त ने गोरया नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी और नायब तहसीलदार गोराया के संपूर्ण रिकॉर्ड की भी जांच की। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे लोगों को लाभान्वित करने के लिए समुचित सार्वजनिक व्यवहार सुनिश्चित करने के अलावा अपने काम का उचित रिकॉर्ड और रजिस्टर बनाए रखें।
उपायुक्त ने उप-मंडल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) कार्यालय, तहसीलदार कार्यालय, नगर परिषद कार्यालय, फर्द केंद्र, ट्रेजरी कार्यालय, खंड विकास और पंचायत अधिकारी कार्यालय और अन्य के साथ फिल्लौर में निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को नदियों और नालों में प्रदूषित पानी के शून्य निर्वहन को सुनिश्चित करने के लिए एसटीपी का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करने के लिए कहा। उपायुक्त ने स्पष्ट रूप से कहा कि निरीक्षण का मकसद सरकारी कार्यालयों के कामकाज को सुव्यवस्थित करना है। उन्होंने कहा कि इस तरह के निरीक्षण भविष्य में आम जनता को लाभान्वित करने के लिए किए जाएंगे।