Edited By Subhash Kapoor,Updated: 30 Nov, 2021 09:59 PM
चार्टर्ड अकाऊंटैंट्स एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को पत्र लिखकर पंजाब स्टेट डिवैल्पमैंट टैक्स 2018 को वापस लेने की मांग की है।
जालंधर (विशेष) : चार्टर्ड अकाऊंटैंट्स एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को पत्र लिखकर पंजाब स्टेट डिवैल्पमैंट टैक्स 2018 को वापस लेने की मांग की है। एसोसिएशन के महासचिव सी.ए. अश्वनी जिंदल ने मुख्यमंत्री को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि राज्य सरकार ने राजस्व बढ़ाने के लिए 2018 में इस टैक्स की घोषणा की थी और राज्य में आयकर देने वाले तमाम लोगों को इस टैक्स के दायरे में रखा गया है। लेकिन सरकार ने कभी भी इस टैक्स के बारे में लोगों को जागरूक करना उचित नहीं समझा और राज्य की जनता इस टैक्स के बारे में जागरूक नहीं है। शुरूआती तौर पर में तो सरकार के आफिसरों को भी इस टैक्स के बारे में जानकारी नहीं थी और 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले कई नेताओं ने इस टैक्स को खत्म करने का आश्वासन भी दिया था। लेकिन अब मार्च 2021 के बाद आयकरदाताओं को भारी संख्या में इस टैक्स के संबंधी कारण बताओ नोटिस जारी किए जा रहे हैं और उन्हें ये टैक्स न दिए जाने के कारण जुर्माने लगाने की बात हो रही है चूंकि आयकरदाता इस टैक्स को लेकर जागरूक नहीं थे। लिहाजा बड़ी संख्या में लोगों ने यह टैक्स नहीं अदा किया है। इस टैक्स के जरिए सरकार को बहुत ज्यादा आमदन नहीं होगी लेकिन सरकार के आफिसर व आम जनता इस कारण परेशान हो रही है।
इन तमाम तथ्यों को देखते हुए सरकार को वन टाइम सैटलमैंट स्कीम लानी चाहिए और इस योजना के तहत पुराना कर बिना जुर्माना लिए हासिल करना चाहिए और भविष्य के लिए इस कर को खत्म किया जाना चाहिए क्योंकि पंजाब के करीब 15 लाख मध्यम वर्ग के लोग इस कर के कारण परेशान हो रहे हैं। एसोसिएशन ने इससे पहले भी 6 नवम्बर, 10 नवम्बर और 29 नवम्बर को मुख्यमंत्री कार्यालय को इस बारे में लिख चुकी है और मुख्यमंत्री से मिलने का समय भी मांगा जा रहा है लेकिन फिलहाल अभी इस मामले में सरकार की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
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