Edited By swetha,Updated: 10 Apr, 2019 08:53 AM
शिरोमणि अकाली दल (टकसाली) के नेता वीर दविन्दर सिंह ने कहा कि बरगाड़ी और बहबल कलां बेअदबी व गोलीकांड मामले की जांच के लिए कैप्टन सरकार की ओर से गठित एस.आई.टी. के वरिष्ठ सदस्य आई.जी. कुंवर विजय प्रताप सिंह को एक साजिश तहत एस.आई.टी. से हटाया गया है।
नवांशहर(त्रिपाठी, मनोरंजन): शिरोमणि अकाली दल (टकसाली) के नेता वीर दविन्दर सिंह ने कहा कि बरगाड़ी और बहबल कलां बेअदबी व गोलीकांड मामले की जांच के लिए कैप्टन सरकार की ओर से गठित एस.आई.टी. के वरिष्ठ सदस्य आई.जी. कुंवर विजय प्रताप सिंह को एक साजिश तहत एस.आई.टी. से हटाया गया है।इस मामले में चुनाव आयोग भी शामिल हो गया है। इससे जहां जांच प्रभावित होगी, वहीं दोषियों को भी इसका लाभ मिल सकता है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को इस तरह के संवेदनशील मामलों में दखलअंदाजी नहीं करनी चाहिए। उन्होंने चुनाव आयोग से मांग की कि वे अपने इस निर्णय पर पुनर्विचार करे।
वीर दविन्दर सिंह ने पत्रकारों से कहा कि शिरोमणि अकाली दल के एक सांसद की शिकायत पर आई.जी. को एस.आई.टी. से अलग करना उचित नहीं है और इससे एस.आई.टी. की जांच प्रभावित होगी। चुनाव आयोग को एक तरफ निर्णय लेने के स्थान पर संबंधित पक्षों को आमंत्रित करके कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने पंजाब की मौजूदा कैप्टन सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि कैप्टन नॉन प्रोफार्मिंग (एसैट) मुख्यमंत्री बनकर रह गए हैं। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरेंद्र सिंह पंजाब की सत्ता को चलाने के लिए पाक की डिफैन्स जर्नलिस्ट अरूसा आलम की सेवाएं लेकर पंजाब की सत्ता को चला रहे हैं जिसका उदाहरण डी.जी.पी. पंजाब की ओर से पदभार ग्रहण करने उपरान्त अरूसा आलम से मुलाकात करने जाने से मिलती है। श्री आनंदपुर साहिब की सीट से कांग्रेस का उम्मीदवार घोषित न किए जाने पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस को उम्मीदवार घोषित करने के लिए ग्लोबल टैंडर देने की जरूरत लग रही है।