Edited By Subhash Kapoor,Updated: 19 Nov, 2021 10:48 PM

केंद्र सरकार की तरफ से तीनों ही खेती कानूनों को वापस लिए जाने के फैसले पर बोलते पंजाब के कृषि मंत्री रणदीप सिंह नाभा ने कहा कि यह देश के मेहनती किसानों की जीत और अहंकार की हार है।
चंडीगढ़ (ब्यूरो): केंद्र सरकार की तरफ से तीनों ही खेती कानूनों को वापस लिए जाने के फैसले पर बोलते पंजाब के कृषि मंत्री रणदीप सिंह नाभा ने कहा कि यह देश के मेहनती किसानों की जीत और अहंकारियों की हार है। रणदीप सिंह नाभा ने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार को यह फैसला बहुत पहले ले लेना चाहिए था परन्तु उन्होंने अपना अड़ियल रवैया नहीं छोड़ा। उन्होंने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े किसान आंदोलन को सफल बनाने के लिए देश के किसानों को सजदा करते हैं, जिनके कारण उक्त विवादित कानून रद्द करने के लिए मजबूर होना पड़ा। मंत्री ने कहा कि केंद्र के फैसले का स्वागत करते है क्योंकि यह ऐलान इस पवित्र दिहाड़े मौके किया गया है। उन्होंने इस धरने दौरान जानें गंवाने वाले किसानों के परिवारों के लिए मुआवज़े की भी मांह की।
कृषि मंत्री ने कहा कि केंद्र पहले इस मुद्दे पर जिद्दी था परन्तु आखिरकार किसानों की भावनायों को समझना ही पड़ा। नाभा ने कहा कि हमारे 700 से अधिक किसान बहनों -भाइयों ने इन कानूनों को रद्द कराने के लिए आंदोलन दौरान अपनी, जानें गंवाई हैं। उनकी बलियों को हमेशा याद रखा जाएगा जिनकी वजह से इन किसान विरोधी कानूनों को रद्द किया गया। नाभा ने कहा कि यह कानून पूरी तरह आप्रसंगिक और किसानों की इच्छाओं के उलट था। उन्होंने कहा कि केंद्र को ऐसे किसानी फैसले लेने चाहिए थे, जो देश की किसानी के हितों की चौकीदारी करते हों।
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