Edited By Tania pathak,Updated: 16 Jan, 2021 02:33 PM
नौजवान गुरप्रीत सिंह ने कहा कि बेशक वह परिवारिक व्यवस्तओं के कारण दिल्ली नहीं जा सका परन्तु उसकी तरफ से यह जो कदम उठाया गया है वह किसानी संघर्ष की हिमायत के लिए ही उठाया गया है।
नवांशहर (जोवनप्रीत भंगल): आजकल विवाह वाली गाड़ियों पर किसानी झंडों का रुझान काफी देखने को मिल रहा है। गुरप्रीत सिंह निवासी गांव बेहाला जिला होशियारपुर विवाह वाले दिन बारात वाली गाडी पर किसानी झंडे लगाकर अपनी पत्नी हरप्रीत कौर निवासी गाँव पट्टी से विवाह करने पहुंचा, जिसकी हर तरफ प्रशंसा हो रही है।
बातचीत करते नौजवान गुरप्रीत सिंह ने कहा कि बेशक वह परिवारिक व्यवस्तओं के कारण दिल्ली नहीं जा सका परन्तु उसकी तरफ से यह जो कदम उठाया गया है वह किसानी संघर्ष की हिमायत के लिए ही उठाया गया है। गुरप्रीत सिंह ने कहा कि मोदी सरकार को तुरंत किसानों की मांग को मुख्य रखते हुए यह काले कानून रद्द कर देने चाहिए।
इस मौके गुरप्रीत सिंह के रिश्तेदारों ने भी कृषि कानूनों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कानून वापस करने की बात की। बातचीत दौरान पारिवारिक सदस्यों ने कहा कि सोशल मीडिया पर जो खेती आंदोलन के हक में आवाज उठी है, उसके पीछे इन नौजवानों की सख़्त मेहनत और लगन है। चाहे फेसबुक हो या ट्विटर, इंस्टाग्राम हो या व्हाट्सऐप, हर सोशल प्लेटफार्म पर नौजवानों की टीम काम कर रही है।