Edited By Vatika,Updated: 03 Dec, 2019 02:52 PM
रोजगार के लिए अरब देशों में गए युवाओं को कई प्रकार की यात्नओं का सामना करना पड़ता है।
फिल्लौरः रोजगार के लिए अरब देशों में गए युवाओं को कई प्रकार की यात्नओं का सामना करना पड़ता है। ऐसी ही कुछ दास्तां सऊदी अरब से लौटे फिल्लौर के रहने वाले सुरेश तिवारी ने सुनाई है।
ट्रैवल एजेंट के झांसे में आकर आया था सऊदी अरब
दरअसल, साढ़े 3 साल से शेख की कैद में फंसे सुरेश ने बताया कि वह 2016 में फिल्लौर के एक ट्रैवल एजेंट के झांसे में आकर सऊदी अरब गया था, जहां उसे शेख के फार्म हाऊस में नौकरी पर लगाया गया। यहां 18 घंटे तक काम करवाने के बाद जानवरों को दिया जाने वाला खाना खिलाया जाता था। इतना ही नहीं वेतन मांगने पर बेरहमी से पीटा भी जाता था। इसी बीच छुट्टी मांगने पर शेख ने तनख्वाह बंद कर दी और जुल्म करने शुरू कर दिए।
सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर लगाई थी मदद की गुहार
सुरेश ने बताया कि सुबह 4 बजे से लेकर रात के 10 बजे तक काम करना पड़ता था। फार्म हाउस में करीब 50 गाय व 200 बकरियां थीं, जिनका सुबह 4 बजे उठकर दूध दोहने का काम था। शेख हफ्ते में एक बार फार्म हाऊस में आता था और जो बकरियों को खाना देते थे, वहीं खाना उन्हें एक हफ्ते तक खाने के लिए दिया जाता था।अत्याचार से दुखी सुरेश ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट करके मदद की गुहार लगाई थी, जिसके बाद गोराया थाने के गांव ढल्लेवाल का युवक और नकोदर के एक युवक की मदद से वह स्वदेश लौटा। वहीं युवाओं को सलाह देते हुए सुरेश ने कहा कि वह गलत ट्रेवल एजैंट के झांसे में आकर अपनी जिंदगी खराब न करें।