Edited By swetha,Updated: 08 Nov, 2019 06:39 PM

पराली की समस्या के हल के लिए केंद्र और राज्य सरकारें उपयुक्त कदम उठाने में असपराली की समस्या के हल के लिए केंद्र और राज्य सरकारें उपयुक्त कदम उठाने में असफल रही है।फल रही है।
चंडीगढ़ःपराली की समस्या के हल के लिए केंद्र और राज्य सरकारें उपयुक्त कदम उठाने में असफल रही है। पर इस समस्या के हल के लिए एन.आर.आई. जरूर आगे आए हैं। अमरीका से दिल्ली होते हुए चंडीगढ़ पहुंचे एन.आर.आई. डा. चिरणजीत कथूरिया खराब हवा को और खराब करने वाली स्टबल बर्निंग यानी पराली के जलाने की समस्या को हल करना चाहते हैं।
गुरुवार को उन्होंने इस बारे में जानकारी दी। वह अपने स्पेस एक्सप्लोरेशन प्रोजेक्ट़्स को लेकर पहले ही काफी चर्चा में रहे हैं। 2014 में वे अमेरिकी सीनेट में अपनी दावेदारी भी ठोक चुके हैं। उन्होंने बताया कि उनकी कंपनी न्यू जेनरेशन पावर इंटरनेशनल पूरे पंजाब में 4000 मैगावॉट के पावर प्रोजेक्ट लगाएगी।
इसमें से 3000 मेगावॉट सोलर एनर्जी का होगा और 1000 बायोमास का। वह किसानों से खरीदी हुई पराली का इस्तेमाल करेंगे। इससे पर्यावरण को साफ रखने में मदद मिलेगी और पावर की समस्या को हल कर सकेंगे। डॉ. कथूरिया अब इस मामले में पंजाब सरकार के रुख का इंतजार कर रहे हैं ताकि सारी बातें एग्रीमेंट का रूप लेकर आगे बढ़ें और समस्या का समाधान हो सके। इस पर 25 हजार करोड़ का खर्च होगा।