Edited By Kalash,Updated: 13 Aug, 2025 01:04 PM

बारिश के कारण दरिया में पानी का स्तर लगातार बढ़ रहा है।
तरनतारन (रमन): हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के कारण दरिया में पानी का स्तर लगातार बढ़ रहा है। परिणाम स्वरूप ब्यास दरिया में जल स्तर बढ़ने के कारण इसके आस-पास क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले दर्जनों गांवों की हजारों एकड़ फसलें नष्ट हो गई हैं। हालांकि आने वाले दिनों में यह आंकड़ा और बढ़ने की उम्मीद की जा सकती है। बाढ़ जैसी स्थिति ने लोगों को रात में जागने पर मजबूर कर दिया है। गौरतलब है कि बाढ़ प्रभावित लोगों और पशुओं को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने के लिए प्रशासन द्वारा कोई मदद न दिए जाने के कारण लोगों में भारी रोष है।
जानकारी के अनुसार खडूर साहिब विधानसभा हलके के अंतर्गत गांव घड़का निवासी कुलदीप सिंह, बलराज सिंह, गुरजिंदर सिंह, वरिंदर सिंह आदि ने बताया कि ब्यास दरिया में जलस्तर काफी बढ़ गया है, जिसके कारण गांव के साथ लगते बांध टूट गए हैं और पानी किसानों की फसलों में घुस गया है। इस बीच ब्यास दरिया के किनारे बसे विभिन्न गांवों में लगभग 15,000 एकड़ फसल बाढ़ के कारण नष्ट हो गई है, जो अगले महीने तक पकने वाली थी। उन्होंने कहा कि मंड क्षेत्र में किसानों की फसलें पूरी तरह से जलमग्न हो गई हैं और लोग बहादुरी से अपने सामान और पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए दूसरे क्षेत्रों में जा रहे हैं लेकिन प्रशासन इस संबंध में उनकी कोई मदद नहीं कर रहा है।
प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए ग्रामीणों ने कहा कि जिले के डिप्टी कमिश्नर अपने अन्य सरकारी कर्मचारियों के साथ केवल मौका देखकर आते हैं और चले जाते हैं लेकिन लोगों की मदद कैसे की जाए और उनकी मुख्य जरूरतें क्या हैं, इस बारे में कोई मदद नहीं की जा रही है। गांव वासियों ने विरोध जताते हुए कहा कि प्रशासन सिर्फ अखबारों में मदद करने की बात कह रहा है लेकिन हकीकत में लोगों की मदद नहीं की जा रही है। उन्होंने कहा कि लोग अपनी निजी नावों की मदद से अपने सामान और पशुओं को दूसरे क्षेत्रों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं। गांववासियों ने बताया कि हर साल उनकी हजारों एकड़ फसल नष्ट हो जाती है, पिछले वर्षों का मुआवजा पहले से ही बकाया है और आगे भी नुकसान हो गया है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति खराब हो रही है।
बाढ़ की स्थिति का आस-पास के गांवों में व्यवसायों पर भी काफी नकारात्मक प्रभाव पड़ा है क्योंकि लोगों के व्यवसाय ठप्प होते हुए दिखाई दे रहे हैं क्योंकि पानी के प्रभाव के कारण लोगों को काफी नुकसान हुआ है और अन्य जिलों के साथ उनका दैनिक संचार भी बाधित हो गया है। परिणास्वरूप जल के प्रभाव से व्यापार बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। उन्होंने बताया कि इस पानी से प्रभावित होने वाले गांवों में धुंदा, कलेर, खेले, मुंडा गांव, गुजरपुरा, बाऊपुर , घड़का , चंबा , करमूवाल आदि गांव शामिल हैं।
इस संबंध में डिप्टी कमिश्नर राहुल ने बताया कि ब्यास दरिया में जलस्तर बढ़ गया है, जिसके कारण कुछ क्षेत्रों में पानी आने से फसलें जलमग्न हो गई हैं, जिसकी जांच संबंधित विभाग के कर्मचारियों द्वारा की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रशासन लोगों की हर तरह से मदद के लिए तैयार है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने के लिए कुछ दिन पहले ही निर्देश जारी किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि लोगों की मदद के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं और वे 24 घंटे काम कर रहे हैं।
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