Edited By Vatika,Updated: 12 Aug, 2025 12:11 PM

हिमाचल से छोड़े गए पानी के कारण ब्यास दरिया का जलस्तर खतरे
अमृतसर (नीरज): हिमाचल से छोड़े गए पानी के कारण ब्यास दरिया का जलस्तर खतरे के निशान से सिर्फ आधा फुट नीचे रह गया है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए ज़िला प्रशासन ने ब्यास दरिया से लगे दो निचले गांव शेर बाघा और शेरनिगाह में प्रशासनिक टीमें तैनात कर दी हैं, जो 24 घंटे हालात पर नज़र रखेंगी।
जानकारी के अनुसार, ये वही दो गांव हैं जिनका इलाका ब्यास दरिया से जुड़ा है, लेकिन बहुत निचले स्तर पर होने के कारण यहां बाढ़ का खतरा है। पिछले साल भी इन दोनों गांवों में बाढ़ का खतरा था, लेकिन उस समय पानी यहां से निकलकर कपूरथला के निचले इलाकों की तरफ चला गया और तरनतारन के निचले इलाकों में भारी नुकसान हुआ, जहां धान की फसल को खासा नुकसान पहुंचा। फिलहाल एक बार फिर ब्यास दरिया बाढ़ के खतरे में है और प्रशासन ने किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं।
एस.डी.एम. बाबा बकाला ने फिलहाल कोई नुकसान न होने की रिपोर्ट डी.सी. को भेजी है। इस संबंध में ज़िला मजिस्ट्रेट और डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी ने कहा कि दोनों गांवों में तैनात टीमें दिन-रात दरिया के पानी पर नज़र रख रही हैं। सभी विभागों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। इसके अलावा, गांवों के सरपंचों को भी प्रशासन द्वारा स्थापित बाढ़ नियंत्रण कक्ष से संपर्क में रहने के निर्देश दिए गए हैं।
रावी नदी पर भी स्थिति सामान्य
जम्मू-कश्मीर की ऊपरी नदियों से आने वाला पानी रावी नदी में अक्सर खतरनाक हालात पैदा करता है, लेकिन इस समय रावी नदी में स्थिति सामान्य नज़र आ रही है। रावी नदी से हजारों लीटर पानी पहले ही बह चुका है, क्योंकि प्रशासन ने संवेदनशील धुसी बांधों की मरम्मत पहले ही कर दी थी।