Edited By Kalash,Updated: 30 Jul, 2025 06:11 PM

कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण माना जा रहा है।
पंजाब डेस्क: जल शक्ति मंत्रालय की हाल ही में जारी रिपोर्ट ने पंजाब में पानी की गुणवत्ता को लेकर गंभीर चिंता पैदा कर दी है। रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य के 17 जिलों के 119 क्षेत्र फ्लोराइड की अत्यधिक मात्रा से प्रभावित हैं, जिससे स्थानीय निवासियों में दांत और हड्डियों से जुड़ी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, जिन जिलों में यह समस्या गंभीर रूप से पाई गई है, उनमें अमृतसर, बठिंडा, फरीदकोट, फतेहगढ़ साहिब, फाजिल्का, फिरोजपुर, गुरदासपुर, होशियारपुर, जालंधर, मानसा, मोगा, श्री मुक्तसर साहिब, नवांशहर, पटियाला, संगरूर, मोहाली और तरनतारन शामिल हैं। सर्वेक्षण के दौरान इन जिलों के कई इलाकों में भूजल में फ्लोराइड की मात्रा सुरक्षित सीमा से अधिक पाई गई। सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों में स्थायी जलापूर्ति व्यवस्था सुनिश्चित होने तक अस्थायी उपायों से साफ पानी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं, ताकि लोगों को पीने के लिए सुरक्षित पानी मिल सके।
यूरेनियम की भी मौजूदगी चिंता का कारण
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि पंजाब के कई हिस्सों में भूजल में यूरेनियम की उच्च मात्रा पाई गई है, जिसे कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण माना जा रहा है।
स्वास्थ्य पर प्रभाव
विशेषज्ञों का कहना है कि पानी में अत्यधिक फ्लोराइड से शरीर में थायरॉइड हार्मोन असंतुलित हो सकता है, जिससे थायरॉइड रोग और गुर्दे की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। जहां सामान्य मात्रा में फ्लोराइड दांतों के लिए लाभदायक होता है, वहीं अधिक मात्रा शरीर के लिए हानिकारक साबित हो सकती है।
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