Edited By Mohit,Updated: 08 Sep, 2019 10:15 PM
गुरू नानक देव के 550वें प्रकाश पर्व के लिए आयोजित एक समन्वय बैठक में पंजाब सरकार के शामिल नहीं.............
चंडीगढ़ः गुरू नानक देव के 550वें प्रकाश पर्व के लिए आयोजित एक समन्वय बैठक में पंजाब सरकार के शामिल नहीं होने के शिरोमणि गुरद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के आरोपों को खारिज करते हुए मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह ने रविवार को कहा कि शीर्ष गुरद्वारा निकाय से बातचीत के लिए मंत्री समूह का गठन किया गया है। पंजाब सरकार के शुक्रवार को बैठक में शामिल नहीं होने के एसजीपीसी के आरोपों पर सख्त आपत्ति जताते हुए मुख्यमंत्री सिंह ने कहा कि कैबिनेट मंत्रियों चरनजीत सिंह चन्नी, सुखजिंदर सिंह रंधावा और ओम प्रकाश सोनी को कमेटी के साथ प्रकाश पर्व समारोह के तौर तरीकों पर चर्चा करने के लिए कहा गया है। शुक्रवार की बैठक की अध्यक्षता एसजीपीसी प्रमुख ने की थी।
मुख्यमंत्री के हवाले से जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया है, ‘‘यह राज्य सरकार नहीं थी जिसने अकाल तख्त साहिब के निर्देशन में एक संयुक्त समारोह आयोजित करने में दिलचस्पी नहीं दिखायी, बल्कि यह एसजीपीसी थी जिसने इस ऐतिहासिक अवसर को मनाने के लिए राज्य सरकार के साथ आने से ‘‘मना'' कर दिया था। गुरू नानक देव की 550वीं जयंती समारोह के उपलक्ष्य में सरकार की मदद करने के लिए एसजीपीसी से अपनी अपील को दोहराते हुए, कैप्टन ने धार्मिक संगठन के प्रमुख से इस मुद्दे पर ‘‘खुला दिमाग रखने'' का आग्रह किया। उन्होंने याद कराया कि 27 अगस्त को एसजीपीसी प्रमुख गोबिंद सिंह लोंगोवाल के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल के साथ अपनी आखिरी बैठक के दौरान भी, उन्होंने समारोह से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर सहमति बनाने की अपील की थी।