Edited By Urmila,Updated: 13 Nov, 2022 11:47 AM
भोगपुर ब्लाक के चाह्डके (लोहरा) गांव की सरपंच उषा रानी को उनके खिलाफ मिली शिकायत की जांच के बाद उन्हें पद से निलंबित कर दिया गया है।
भोगपुर (सूरी): भोगपुर ब्लाक के चाह्डके (लोहरा) गांव की सरपंच उषा रानी को उनके खिलाफ मिली शिकायत की जांच के बाद उन्हें पद से निलंबित कर दिया गया है। ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग द्वारा मामले की जांच कर जारी आदेश में कहा गया है कि विभाग को गांव की एक महिला पंच द्वारा शिकायत दी गई थी, जिसमें उन्होंने सरपंच पर पंचायत की जमीन में से वन विभाग से कीमत लगवाए बिना आठ पेड़ बेचने, बिना आज्ञा पीपल की शाखाओं को काटने और श्मशान भूमि के लिए खरीदी गई ईंटों की गुणवत्ता सरकारी मानकों के अनुसार न होने के आरोप लगाये थे।
इस शिकायत की जांच जालंधर कार्यालय ने की जिसमें मामले की अलग-अलग तारीखों में पांच बार सुनवाई हुई। अंतिम सुनवाई 10 अक्तूबर को हुई थी, जिसमें सरपंच उपस्थित नहीं हुए और अपनी अनुपस्थिति की जानकारी नहीं दी। इसका जिक्र करते हुए विभाग ने अपने आदेश में लिखा है कि सरपंच पर लगे आरोप साबित हो गए हैं। ऐसा करके सरपंच ने अपने कर्तव्य के निर्वहन में घोर लापरवाही की है और सरपंच के रूप में उनका निरंतर कार्यकाल जनहित में नहीं है। उषा रानी सरपंच ग्राम पंचायत गांव चाह्डके ब्लॉक भोगपुर को उनके पद से निलंबित कर दिया जाता है।
जब गांव चाह्डके की सरपंच उषा रानी के निलंबन के बारे में बात की, तो उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोप पूरी तरह से झूठे, निराधार और राजनीति से प्रेरित हैं। उनके खिलाफ की गई कार्रवाई विशुद्ध रूप से राजनीति से प्रेरित है। शिकायतकर्ता पंच का परिवार एक राजनीतिक दल से सबंधित है जिसके कारण उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है। वे मामले की गहन जांच कराएंगे।
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