Edited By Urmila,Updated: 12 Mar, 2023 10:52 AM

आम आदमी पार्टी ने भाजपा पर अपने एक खास मकसद की पूर्ति के लिए केंद्रीय एजैंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाते हुए बड़ा हमला बोला।
जालंधर : आम आदमी पार्टी ने भाजपा पर अपने एक खास मकसद की पूर्ति के लिए केंद्रीय एजैंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाते हुए बड़ा हमला बोला। ‘आप’ के राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा का कहना है कि विपक्षी दलों के जितने भी नेताओं पर सी.बी.आई.-ई.डी. के केस चल रहे हैं, अगर वे अपनी पार्टियां छोड़कर भाजपा में शामिल हो जाते हैं तो उनके सारे मामले बंद हो जाएंगे। उन्होंने तथाकथित भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे हिमंत विश्व शर्मा, सुभेंदु अधिकारी, नारायण राणे और मुकुल राय का उदाहरण देते हुए कहा कि इन नेताओं की तरह अगर मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन, तेजस्वी यादव, संजय राऊत, फारूख अब्दुल्ला, के. कविता भी अपनी पार्टियां छोड़कर भाजपा में शामिल हो जाएं तो इनके सारे केस बंद हो जाएंगे।
भाजपा ऐसी वॉशिंग मशीन है, जिसमें एक तरफ से भ्रष्टाचारी डालो तो दूसरी तरफ से क्लीन चिट होकर निकलते हैं। राघव चड्ढा ने केंद्रीय एजैंसियों के दुरुपयोग के पीछे की वजह बताते हुए कहा कि भाजपा का एकमात्र मकसद भारत को विपक्ष मुक्त बनाना है ताकि देश में सिर्फ एक ही पार्टी-एक ही नेता हो और विपक्षी दल या उसके नेता अपना सिर उठाने की हिम्मत न करें। उन्होंने कहा कि अगर मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन भाजपा में शामिल हो जाते हैं, तो उन पर ई.डी.-सी.बी.आई. के सारे मुकद्दमे बंद हो जाएंगे। इसी तरह अगर तृणमूल कांग्रेस के अभिषेक बनर्जी, शिवसेना के संजय राऊत, नैशनल कांग्रेस के फारूख अब्दुल्ला, कर्नाटक के कांग्रेस नेता डी.के. शिवकुमार, टी.आर.एस. की के. कविता, आर.जे.डी. के तेजस्वी यादव भाजपा में शामिल हो जाते हैं, तो उन पर ई.डी.-सी.बी.आई. के सारे मुकद्दमे बंद हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि केजरीवाल और ‘आप’ को छोड़कर भाजपा में शामिल होने से इन्कार करना ही मनीष सिसोदिया का एकमात्र अपराध है। राघव चड्ढा ने सी.बी.आई. की कार्यशैली पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि सी.बी.आई. ने पिछले 8 सालों में (2014 से 2022 तक) जितने मुकद्दमे दर्ज किए, उनमें से 95 फीसदी मुकद्दमे विपक्षी दल के नेताओं पर दर्ज किए।
भाजपा में शामिल होते ही इन नेताओं के खिलाफ बंद हुई जांच
-हिमंत विश्व सरमा बड़े राजनीतिक रणनीतिकार माने जाते हैं। इन पर तथाकथित भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे और एजैंसियों ने जांच शुरू की तो ये कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए। इसके बाद इनके खिलाफ सारी जांच बंद हो गई।
-सुभेंदु अधिकारी, पश्चिम बंगाल में हुए तथाकथित चिटफंड घोटाले के मुख्य अभियुक्त कहे जाते थे। उन्होंने टी.एम.सी का दामन छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया। इसके बाद उनके खिलाफ सारी जांच बंद हो गई।
-नारायण राणे महाराष्ट्र के दिग्गज नेता थे। उन पर तथाकथित भ्रष्टाचार के कई मुकद्दमे दर्ज हुए और सी.बी.आई.-ई.डी. ने जांच शुरू की। वे अपनी पार्टी को छोड़ भाजपा में शामिल हो गए और सारे मुकद्दमे बंद हो गए।
-मुकुल राय, ममता बनर्जी की पार्टी के बड़े नेता थे। वे भी तथाकथित भ्रष्टाचार के आरोप लगने पर टी.एम.सी. छोड़ भाजपा में शामिल हो गए और सभी मुकद्दमे बंद हो गए।
-कुछ दिन पहले ही कर्नाटक में भाजपा विधायक के घर से रेड में 8 करोड़ रुपए नकद मिले। लेकिन उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई। उनको जांच में भी नहीं बुलाया गया बल्कि ई.डी.-सी.बी.आई. उसे कोर्ट से बेल दिलवाती है। मनीष सिसोदिया के यहां एक फूटी कौड़ी नहीं मिली और भाजपा विधायक के पास 8 करोड़ मिले, लेकिन आज मनीष सिसोदिया जेल में हैं और भाजपा विधायक जेल से बाहर है।
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