Edited By Kalash,Updated: 25 Dec, 2025 12:33 PM

दूसरा पड़ाव 7 जनवरी से 25 जनवरी तक चलेगा।
जालंधर/चंडीगढ़ (धवन, अंकुर): मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में आप सरकार ने अपनी प्रमुख नशा विरोधी मुहिम 'युद्ध नशे विरुद्ध' के 300 दिन पूरे कर लिए हैं। यह नशाखोंरी और तस्करी के खिलाफ राज्य की योजनाबद्ध लड़ाई में एक बड़ा मील पत्थर है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान AAP पंजाब के जनरल सचिव और मीडिया इंचार्ज बलतेज पन्नू ने इस मुहिम को एक ऐतिहासिक और जनतक आंदोलन करार देते हुए कहा कि 'युद्ध नशे विरुद्ध' का स्तर, नीयत और अमल न सिर्फ भारत में बल्कि पूरी दुनिया में बेमिसाल है। पन्नू ने ऐलान किया कि 'युद्ध नशे विरुद्ध' मुहिम का दूसरा पड़ाव 7 जनवरी से 25 जनवरी तक चलेगा। उन्होंने कहा, 'यह किसी पार्टी या सरकार की मुहिम नहीं है, यह पंजाबियों का पंजाब के लिए एक मिशन है।'
1 मार्च, 2025 से 23 दिसंबर, 2025 तक के सरकारी आंकड़े सांझा करते हुए पन्नू ने बताया कि सरकार की अटल सियासी इच्छाशक्ति के चलते पंजाब पुलिस ने शानदार प्रदर्शन किया है। इस दौरान 28,485 केस दर्ज किए गए और 41,517 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने बताया कि बरामद किए गए नशे में 1,819.669 किलो हेरोइन, 594.671 किलो अफीम, 27,160.449 किलो भुक्की, 40.764 किलो चरस, 577.472 किलो गांजा, 4.364 किलो कोकीन, 25.212 किलो आइस (सिंथेटिक ड्रग) और 40.551 किलो नशीला पाउडर शामिल हैं। इसके अलावा 1,666 नशीले टीके, 46,03,652 बैन गोलियां/कैप्सूल और 15.23 करोड़ रुपये की ड्रग मनी जब्त की गई है।
उन्होंने बताया कि ड्रग मुक्ति मोर्चे के तहत पंजाब को पांच जोन माझा, दोआबा, मालवा ईस्ट, मालवा वेस्ट और मालवा सेंट्रल में बांटा गया है। इस आंदोलन के मुख्य स्तंभों में से एक गांव की रक्षा कमेटियां हैं, जिन्हें अब 'गांव के पहरेदार' के नाम से जाना जाता है। इनकी संख्या लगभग एक लाख वॉलंटियर तक पहुंच गई है।
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