Edited By Vatika,Updated: 12 May, 2021 10:01 AM
पंजाब कांग्रेस में बगावत की आंच हाईकमान तक पहुंच गई है।
चंडीगढ़(अश्वनी कुमार): पंजाब कांग्रेस में बगावत की आंच हाईकमान तक पहुंच गई है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी जल्द ही इस मामले में सीधे हस्तक्षेप कर सकती हैं। बेशक अभी तक किसी प्रस्तावित बैठक को लेकर तारीख तय नहीं की गई है लेकिन बताया जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में हाईकमान के स्तर पर पंजाब के कांग्रेसी नेताओं के साथ सिलसिलेवार बैठक होना तय है।
ऐसा इसलिए भी है कि मौजूदा समय में बेअदबी-गोलीकांड, माफिया राज, नशे को लेकर पंजाब कांग्रेस कई धड़ों में बंट गई है। एक तरफ जहां पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू व उनके सहयोगी हैं तो दूसरी तरफ कांग्रेस का वह धड़ा है जो प्रमुखता से बेअदबी-गोलीकांड मामले का विरोध तो कर रहा है लेकिन पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के सुर में सुर नहीं मिला रहा है। इन कांग्रेसी नेताओं का मानना है कि सिद्धू केवल मौका देखकर बेअदबी-गोलीकांड का मुद्दा उठा रहे हैं जबकि असल में तो उनकी नाराजगी मुख्यमंत्री द्वारा उनका मंत्रालय छीनने के बाद से चली आ रही है। बाकायदा वह पिछले काफी समय से मुख्यमंत्री के विरोध में सोशल मीडिया पर मुखर हैं।
सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने मंगलवार को खुले तौर पर कहा कि सिद्धू बेअदबी-गोलीकांड मामले से खफा नहीं हैं बल्कि उनकी लड़ाई तो निकाय विभाग के छिन जाने के समय से चली आ रही है। बिट्टू ने कहा कि वह और उनके सहयोगी तो बेअदबी-गोलीकांड मामले पर लगातार मुख्यमंत्री के समक्ष आवाज उठाते रहे हैं लेकिन मुख्यमंत्री हमेशा इस मामले को न्यायिक प्रक्रिया के अधीन बताकर टालते रहे हैं, लेकिन हाईकोर्ट का फैसला आने के बाद अब सब्र का बांध टूट गया है और इस मामले पर सख्त एक्शन लेने का समय आ गया है वरना पंजाब की जनता माफ नहीं करेगी। उधर, एक धड़ा ऐसा भी है जो मुख्यमंत्री से अंदरखाते नाराजगी के चलते अब कमर कसकर मैदान में उतर आया है। बताया जा रहा है कि इस धड़े ने मंगलवार को अपने विचारों वाले विधायकों व मंत्रियों के साथ बैठक की। हालांकि उन्होंने इस बैठक को आपसी मुद्दों पर सीमित बैठक करार दिया है।