Edited By Yaspal,Updated: 18 Aug, 2019 02:08 AM

पंजाब में शनिवार को हुई मूसलाधार बरसात से नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। इसके बाद राज्य के मुख्यमंत्री ने सभी डीसी को अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है। इसके अलावा एनडीआरफ को भी बुलाया गया है। अगले दो घंटे में...
नेशनल डेस्क: पंजाब में शनिवार को हुई मूसलाधार बरसात से नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। इसके बाद राज्य के मुख्यमंत्री ने सभी डीसी को अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है। इसके अलावा एनडीआरफ को भी बुलाया गया है। अगले दो घंटे में एनडीआरएफ की टीम रोपड़ गांव में पहुंच जाएगी।

इससे पहले पंजाब सरकार ने अगले 48 से 72 घंटों में भारी बारिश के पूर्वानुमान के बाद शुक्रवार को भी राज्य में अलर्ट जारी किया था। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्य के सभी जिलाधिकारियों को मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मद्देनजर सतर्क रहने का निर्देश दिया था।
बता दें कि भाखड़ा बांध के आस पास के इलाकों में भारी बारिश होने के कारण बांध से अतिरिक्त पानी छोड़े जाने के बाद पंजाब के कई जिलों में चेतावनी जारी की गयी है। अधिकारियों ने बताया कि भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड के अधिकारियों ने 17 हजार क्यूसेक अतिरिक्त पानी छोड़ा है और कुल 53 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जाना है । उन्होंने बताया कि बाकी बचे 36 हजार क्यूसेक पानी बिजली उत्पादन के लिए इसके इस्तेमाल के बाद छोड़ा जाएगा।

अधिकारी ने बताया कि स्थिति की नजदीक से निगरानी की जा रही है। भाखड़ा बांध में शनिवार को जलस्तर 1674.5 फुट से अधिक दर्ज किया गया जो पिछले साल की इसी अवधि की अपेक्षा 60 फुट अधिक है । इसका अधिकतम भंडारण क्षमता 1680 फुट है । अधिकारी ने बताया कि भाखड़ा बांध में पानी की आवक 59,000 क्यूसेक दर्ज की गई है। शनिवार को पंजाब के लुधियाना, अमृतसर, मोहाली और राजधानी चंडीगढ़ में भारी बारिश हुई है।

अधिकारी ने बताया कि भाखड़ा से पानी छोड़े जाने के बाद प्रदेश के रूपनगर, लुधियाना, फिरोजपुर और निचले क्षेत्र में चेतावनी जारी की गयी है। सतलज नदी और निचले इलाकों के आसपास रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और खुद को सुरक्षित रखने के लिए सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। अतिरिक्त पानी और लगातार बारिश होने के कारण रूपनगर जिले के आनंदपुर साहिब में सतलज नदी से सटे कुछ गांवों में फसलों के पानी में डूब जाने की खबरें हैं।
रूपनगर के उपायुक्त सुमीत जारंगल ने बताया, ‘‘सतलुज नदी के आसपास रहने वाले लोगों के लिए एक परामर्श जारी की गई है। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से तैयार है।''