Edited By Tania pathak,Updated: 30 Jun, 2020 05:33 PM
मुख्यमंत्री से मामले में हस्तक्षेप की मांग करते हुए जांच करवाने और पंजाबी विरोधी फैसले लेने वाले अफसरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है...
चंडीगढ़(अश्वनी) : शिरोमणि अकाली दल ने शिक्षा विभाग द्वारा अध्यापकों की सालाना गुप्त रिपोर्ट (ए.सी.आर) में पंजाबी की जगह अंग्रेजी को प्रचलित करने पर विरोध जताया है। मुख्यमंत्री से मामले में हस्तक्षेप की मांग करते हुए जांच करवाने और पंजाबी विरोधी फैसले लेने वाले अफसरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
प्रवक्ता व पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि अफसोस की बात है कि शिक्षा विभाग ने जो ए.सी.आर. प्रफोरमा बनाया है उसके 10 नंबर में दिया है कि जो अध्यापक कक्षा के कुल छात्रों में से 10 फीसदी को अंग्रेजी पढ़ाएगा उसे 5 नंबर दिए जाएंगे। इसका सीधा अर्थ यह है कि पंजाब के बच्चों को पंजाबी से हटाने के लिए सरकार इतनी ज्यादा गिर गई कि बच्चे को पंजाबी माध्यम में रखने वाले अध्यापक को नुक्सान का सामना करना पड़ेगा। यही नहीं अगले पड़ाव में पहली कक्षा में गणित के विषय को पंजाबी की जगह अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाने का निर्णय लिया गया है।
इसके तहत पहली कक्षा की गणित के विषय की पुस्तकें पंजाबी की बजाय अब अंग्रेजी माध्यम में छापने का फैसला लिया है। स्पष्ट अर्थ यह है कि पंजाब के सरकारी स्कूलों में 10वीं पास बच्चे 1 से 100 तक की गिनती भी पंजाबी में नहीं कर सकेंगे। सरकार की भाषा के प्रति अलग नीति है तो पहले विधानसभा में खुलकर विचार-विमर्श किया जाना चाहिए। इससे पहले पंजाब वक्फ बोर्ड ने भी सीधी भर्ती के लिए 10वीं तक पंजाबी की आवश्यक पढ़ाई की शर्त में बदलाव के लिए प्रस्ताव पास किया।