Edited By Tania pathak,Updated: 05 Aug, 2020 03:32 PM
इसके सोर्स, इस्तेमाल हुई चीजों और बांटने आदि की पूरी प्रक्रिया पर अब नजर रखी...
पंजाब: पंजाब में जहरीली शराब के सेवन से मरने वालों का आंकड़ा 100 के पार हो चुका हैं। कोरोना संकट काल में इस तरह की जानलेवा त्रासदी से राज्य सरकार की लापरवाही भी सामने आ रही है। ऐसे में राज्य सरकार के खिलाफ सभी विपक्षी दलों ने मोर्चा खोल लिया है। चारों तरफ से निशाने पर घिरी कैप्टन सरकार के खिलाफ अब उनके ही मंत्रिमंडल के नेता भी उन पर निशाना साध रहे है। राज्य सभा सदस्य प्रताप सिंह बाजवा और शमशेर सिंह ढुलो ने अपनी ही पार्टी की सरकार को आड़े हाथों लिया और प्रशासन पर स्पष्ट रूप से नाकाम रहने का आरोप लगाया तथा दावा किया कि अगर मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने अवैध शराब के कारोबार की शिकायतों पर समय रहते कार्रवाई की होती, तो यह घटना टल सकती थी।
ऐसे में 122 लोगों की इस त्रासदी से हुई मौतों की न्यायिक जांच वीरवार से शुरू होगी। जालंधर के डिवीजनल कमिश्नर राजकमल चौधरी जांच कमेटी की पहली बैठक 6 अगस्त को अमृतसर के बचत भवन में करेंगे। इस जांच में मामले से जुड़े सभी पहलुओं को शामिल किया जाएगा। इसके सोर्स, इस्तेमाल हुई चीजों और बांटने आदि की पूरी प्रक्रिया पर अब नजर रखी जाएगी।