Edited By Vaneet,Updated: 08 Aug, 2020 05:22 PM
जहरीली शराब बनाने वालों पर पुलिस अब ड्रोन के द्वारा भी नजर रख रही है। अमृतसर देहाती पुलिस की पांच सब-डिवीजनों ने ड्रोन की मदद ...
अमृतसर: जहरीली शराब बनाने वालों पर पुलिस अब ड्रोन के द्वारा भी नजर रख रही है। अमृतसर देहाती पुलिस की पांच सब-डिवीजनों ने ड्रोन की मदद से कई इलाकों की चैकिंग की। ड्रोन चलाने के पहले ही दिन अजनाला के गांव सांगरा में नाजायज शराब की बरामदगी की गई। इसके लिएथाना कंबो की पंडोरी चौकी में कंट्रोल रूम भी बनाया गया है, जिसका इंचार्ज डी.एस.पी. नारकोटिकस कैलाश चंद्र को बनाया गया है। वह हर 24 घंटे बाद इसकी रिपोर्ट करेंगे।
इस सम्बन्धित बातचीत करते एस.पी. ऑपरेशन शैलेंद्र सिंह ने बताया कि शराब का धंधा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही के अंतर्गत ड्रोन की मदद ली जा रही है। अमृतसर देहाती पुलिस ने पांच सब-डिवीजन में पांच ड्रोन लगाए हैं। पहले दिन तीन इलाकों बाबा बकाला, अजनाला और अटारी सब-डिवीजन में इसकी शुरुआत की गई। इसके अंतर्गत अजनाला के गांव सांगरा में तीन इलाके स्पाट किए गए, जहां से पुलिस ने 1.50 किलो लाहन और 30 लीटर नाजायज शराब बरामद की। इस दौरान एक दोषी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया जबकि दो दोषी फरार हो गए।
तरनतारन और अमृतसर में 140 धंधेबाज कर गिरफ्तार
तरनतारन में 24 घंटों में नाजायज शराब की स्पलाई और बेचने के दोष में 197 केस दर्ज करके 131 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। छापेमारी में 1528 लीटर नाजायज शराब, 7450 किलो लाहन और 962 लीटर तस्करी की शराब बरामद की गई। 11 चालू भट्टियां भी तरनतारन पुलिस ने पकड़ी हैं। वहीं अमृतसर बीते दिन 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जबकि 23 केस दर्ज किए गए। इसके साथ ही 252 लीटर नाजायज शराब और 686 किलो लाहन बरामद की गई है। बता दें कि माझे में जहरीली शराब पीने से अब तक 121 लोग दम तोड़ चुके हैं जबकि कई लोग अस्पतालों में दाखिल हैं। इसके चलते बीते दिन पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर की तरफ से मरने वालों के पारिवारिक सदस्यों को 5-5 लाख रुपए का मुआवजा देने की बात कही गई है।