Edited By Vaneet,Updated: 08 Jun, 2019 07:32 PM
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह के साथ तकरार बढऩे और स्थानीय निकाय विभाग से छुट्टी होने पर नाराज चल रहे हैं। कैबिनेट मंत्री...
चंडीगढ़: मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह के साथ तकरार बढऩे और स्थानीय निकाय विभाग से छुट्टी होने पर नाराज चल रहे हैं। कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने फेसबुक पेज पर अपने विभाग की उपलब्धियां गिनवाई हैं। सिद्धू ने दावा किया है कि कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में पंजाब की पांच सीटें उनके विभाग करके नहीं हारी हैं जबकि कांग्रेस ने 8 सीटों पर जीत ही शहरी वोटों के सिर पर हासिल की है।
सिद्धू ने फेसबुक पर डाली पोस्ट में कहा कि राज्य के 25 केवल शहरी हलकों मेंकांग्रेस ने 16 सीटों पर जीत झंडा लहराया। इन हलकों में अमृतसर उत्तरी-दक्षिणी-पूर्वी -पश्चिमी-केंद्रीय, तरनतारन, जालंधर-पश्चिमी, जालंधर छावनी, मोहाली, खरड़, लुधियाना उत्तरी-पूर्वी-पश्चिमी-केंद्रीय, खन्ना और पटियाला शामिल हैं। जो 9 सीटें हम गवाई हैं, उनमें पठानकोट, जालंधर-उत्तरी-केंद्रीय, होशियारपुर लुधियाना-दक्षिणी, आत्म नगर, फिरोजपुर, बठिंडा शहरी और संगरूर शामिल हैं।
साल 2014 में कांग्रेस पार्टी ने 13 में से कुल 3 सीटें जीती थी, जिनमें 37 असेंबली हलके थे परन्तु अब यह संख्या बढ़कर 8 हो गई जिनमें कुल 69 विधानसभा हलके बनते हैं और इनमें से 34 हलके शहरी क्षेत्र में आते हैं। लुधियाना, अमृतसर, पटियाला, जालंधर और मोहाली जैसे शहरों में जितना एक बड़ी सफलता है। यदि 2017 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर नजर मारें तो 65 फीसदी फतवा कांग्रेस पार्टी के हक में था जबकि अब 2019 के लोकसभा चुनाव दौरान कामयाबी 61 फीसद रही। दूसरी तरफ विभाग बदलने से नाराज नवजोत सिंह सिद्धू राहुल गांधी के साथ मुलाकात करने के लिए दिल्ली गए हुए हैं परन्तु राहुल गांधी केरला दौरे पर होने के कारण अभी तक सिद्धू की राहुल के साथ मुलाकात नहीं हो सकी। बहरहाल अभी तक सिद्धू की तरफ से बिजली मंत्रालय का प्रभार भी नहीं संभाला गया है, जिस पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं। यह भी देखने वाला होगा कि सिद्धू का अगला कदम क्या होता है।