Edited By Vatika,Updated: 19 Nov, 2019 01:55 PM
अमृतसर के हलका जंडियाला की रहने वाली जपनीत कौर देश के उन लोगों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बन गई है, जो अपनी जिंदगी से हार मान चुके हैं।
अमृतसरः अमृतसर के हलका जंडियाला की रहने वाली जपनीत कौर देश के उन लोगों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बन गई है, जो अपनी जिंदगी से हार मान चुके हैं। हिम्मत और हौसले की मिसाल बनी जपनीत कौर को भगवान ने कमाल का हुनर बख्शा है, जो हाथों की उंगलियां न होने के बावजूद कैनवस के कुदरती नजारों की पेंटिंग बना रही है।
जानकारी के अनुसार जपनीत कौर बचपन में एक हादसे का शिकार हो गई थी, जिसके बाद उसे ऐसी बीमारी हुई, जिसने सबको हैरान कर दिया। डाक्टरों के मुताबिक जपनीत के शरीर की किसी भी हड्डी को चोट लगती है तो वह काम करना बंद कर देती है। चोट लगने के कारण उसके हाथ की सभी उंगलियों और दोनों टांगों ने काम करना बंद कर दिया है, जिस कारण वह चल भी नहीं सकती।
बीमारी के कारण शरीर के कई हिस्सों की तरफ से काम न करने के बावजूद जपनीत ने अपनी कलाकारी के साथ देश में अलग पहचान कायम की है। बता दें कि जपनीत की पेंटिंग को देश की ख़ास 300 पेंटिंग में शामिल किया गया है।