Edited By swetha,Updated: 02 Jun, 2019 09:13 AM
पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा ने बेअदबी और बहबलकलां गोलीकांड की जांच कर रही विशेष जांच समिति (एस.आई.टी.) के प्रमुख और 4 अन्य सदस्यों द्वारा आई.जी. कुंवर विजय प्रताप सिंह के खिलाफ खोले गए मोर्चे को बड़े स्तर की सोची-समझी साजिश...
चंडीगढ़(शर्मा): पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा ने बेअदबी और बहबलकलां गोलीकांड की जांच कर रही विशेष जांच समिति (एस.आई.टी.) के प्रमुख और 4 अन्य सदस्यों द्वारा आई.जी. कुंवर विजय प्रताप सिंह के खिलाफ खोले गए मोर्चे को बड़े स्तर की सोची-समझी साजिश करार दिया है।
उनका आरोप है कि इसका मकसद श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी और बहबलकलां गोलीकांड के आरोपों में घिरे पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल और पूर्व डी.जी.पी. सुमेध सैनी समेत बाकी आरोपियों को बचाना है। हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि यदि एस.आई.टी. सदस्य कुंवर विजय प्रताप सिंह इस संवेदनशील जांच के दौरान सचमुच मनमानी कर रहे थे तो ये चारों सीनियर पुलिस अधिकारी जांच के दौरान ही क्यों नहीं बोले?