Edited By Vaneet,Updated: 07 Jun, 2019 03:52 PM

घर-घर रोजगार देने के वायदे के साथ सत्ता में आई कांग्रेस सरकार ने वायदे के तहत पिछले वर्ष 3582 अध्यापकों की ....
संगरूर(यादविन्दर): घर-घर रोजगार देने के वायदे के साथ सत्ता में आई कांग्रेस सरकार ने वायदे के तहत पिछले वर्ष 3582 अध्यापकों की शिक्षा विभाग में भर्ती की थी परन्तु इन नव-नियुक्त अध्यापकों को जद्दी की बजाय सरहदी जिलों (अमृतसर, तरनतारन, पठानकोट और गुरदासपुर) आदि में तैनात कर दिया गया, जिस कारण घरों से 200-250 किलोमीटर दूर स्कूलों में नौकरी कर रहे अध्यापक अपने जद्दी जिलों में बदली किए जाने की मांग कर रहे हैं। अब उक्त अध्यापकों को नए बने शिक्षा मंत्री विजेंद्र सिंगला से आशा बंधी है कि वह पहल के आधार पर उनको जद्दी जिलों के स्कूलों में तैनात करेंगे।
पंजाब केसरी के साथ बातचीत करते 3582 अध्यापक यूनियन के राज्य प्रधान राज्यपाल खनौरी, राज्य प्रैस सचिव मैडम अमनदीप कौर संगरूर और सचिव अमनदीप सिंह ने कहा कि पिछले एक साल से नव-नियुक्त 3582 अध्यापक जिनमें अधिकतर संख्या महिला अध्यापकों की हैं जो अपने घरों से दूर सरहदी जिलों के स्कूलों में ड्यूटी निभा रहे हैं। अध्यापक यूनियन ने उम्मीद जताई है कि शिक्षा मंत्री विजेंद्र सिंगला नव-नियुक्त अध्यापकों को आ रही समस्याओं को ध्यान में रखते पहल के आधार पर उनकी बदली पर लगी रोक हटा कर उनको जद्दी जिलों में तैनात करेंगे और इसके इलावा 3582 अध्यापकों का परख काल 3 साल से घटा कर 2 साल करने की मांग पर भी ध्यान देंगे।