Edited By Vatika,Updated: 23 Jun, 2020 09:02 AM
जिले में शिरोमणि अकाली दल को उस समय बड़ा झटका लगा जब पूर्व जिला प्रधान और पूर्व चेयरमैन जत्थेदार रणधीर सिंह रखड़ा पार्टी को अलविदा कह कर ढींडसा ग्रुप में शामिल हो गए।
पटियाला(बलजिन्द्र/ राणा): जिले में शिरोमणि अकाली दल को उस समय बड़ा झटका लगा जब पूर्व जिला प्रधान और पूर्व चेयरमैन जत्थेदार रणधीर सिंह रखड़ा पार्टी को अलविदा कह कर ढींडसा ग्रुप में शामिल हो गए।
रणधीर सिंह रखड़ा गत अकाली सरकार समय पंजाब एग्रो फूड ग्रेन निगम के चेयरमैन रहे हैं। जिला पटियाला में उनका बड़ा आधार है और वह पंजाब के पुराने पंथक नेताओं में गिने जाते हैं। राजनैतिक विशेषज्ञों का मानना है कि रखड़ा जैसे पंथक नेताओं का अकाली दल से टूटना पार्टी के लिए नुक्सानदायक साबित हो सकता है। जत्थेदार रणधीर सिंह रखड़ा, सांसद सुखदेव सिंह ढींडसा और पूर्व मंत्री परमिन्दर सिंह ढींडसा की उपस्थिति में उनके ग्रुप में शामिल हुए। इस मौके बलवंत सिंह रामूवालिया भी उपस्थित थे। जत्थेदार रणधीर सिंह रखड़ा ने कहा कि वह जत्थेदार गुरचरन सिंह टौहड़ा का दामन पकड़ कर शिरोमणि अकाली दल में गए थे और अपना सारा जीवन उन्होंने पार्टी पर लगा दिया था परन्तु पटियाला जिले में एक ही व्यक्ति ने पार्टी का भट्ठा बिठा दिया है।
यह व्यक्ति जो अपने आप को बादलों के बहुत नजदीक समझता है। वह समय दूर नहीं जब यह अकेला ही पार्टी में रह जाएगा और सभी पार्टी छोड़ जाएंगे। जत्थेदार रणधीर सिंह रखड़ा ने कहा कि वह पूरी तरह ढींडसा परिवार के साथ हैं और जो भी जिम्मेदारी इनकी तरफ से सौंपी जाएगी, उसके लिए सिर्फ पटियाला जिला ही नहीं बल्कि पूरे पंजाब में मेहनत करेंगे।