Edited By Vaneet,Updated: 04 Jul, 2020 04:34 PM
केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए किसान विरोधी 3 अध्यादेशों के खिलाफ भारतीय किसान यूनियन (राजेवाल) ने संघ...
जालंधर(धवन): केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए किसान विरोधी 3 अध्यादेशों के खिलाफ भारतीय किसान यूनियन (राजेवाल) ने संघर्ष का बिगुल बजा दिया है। पंजाब के किसानों ने 20 जुलाई को इन अध्यादेशों के खिलाफ अपने ट्रैक्टरों सहित सड़कों पर उतरने का ऐलान कर दिया है। यूनियन के अध्यक्ष बलबीर सिंह राजेवाल ने बताया कि किसानों के पास संघर्ष के सिवाय अब कोई चारा नहीं है।
उन्होंने कहा कि 27 जुलाई को कुछ किसान संगठनों ने अकाली नेताओं के घरों के बाहर धरने लगाने का कार्यक्रम बनाया है। वह इन सभी किसान संगठनों को आह्वान करते हैं कि वह पहले 20 जुलाई के उनके राज्य स्तरीय रोष प्रदर्शन में शामिल हों तथा उसके बाद उनका संगठन भी 27 जुलाई के कार्यक्रम में शामिल होगा।
उन्होंने कहा कि केंद्र ने एक ओर जहां एम.एस.पी. को खत्म करने की रणनीति बनाई हुई है वहीं वह बिजली अधिनियम में संशोधन करके किसानों को बर्बादी के रास्ते पर धकेलना चाहता है। केंद्र चाहे यह कह रहा है कि उसका एम.एस.पी. को खत्म करने का इरादा नहीं है परन्तु केंद्र ने अभी भी 23 खाद्य फसलों पर एम.एस.पी. लगाई हुई है परन्तु किसानों को धान व गेहूं की फसल की अदायगी ही एम.एस.पी. के हिसाब से की जाती है।