Edited By Tania pathak,Updated: 26 Oct, 2020 09:46 AM

किसान नेताओं ने कहा कि भाजपा पूरी तरह बौखला चुकी है। इसीलिए वह अपने अस्तित्व को बचाने के लिए पंजाब में दलित कार्ड खेल रही है...
चंडीगढ़ (रमनजीत): केंद्र सरकार की ओर से मालगाडिय़ों की आवाजाही रोकने की किसान संगठनों ने निंदा की है। पंजाब के 30 संघर्षशील किसान संगठनों ने मौजूदा हालातों पर चर्चा करने के लिए आपातकालीन ऑनलाइन मीटिंग की, जिसमें किसान नेताओं ने ऐलान किया कि केंद्र की सत्ता पर काबिज भाजपा के जनविरोधी मंसूबों को कामयाब नहीं होने देंगे। किसानों के संघर्ष को बदनाम व विफल करने की साजिशों को बिल्कुल कामयाब नहीं होने दिया जाएगा।
किसान नेता डा. दर्शन पाल के नेतृत्व में हुई बैठक के दौरान किसान संगठनों के नेताओं ने कहा कि किसानों की ओर से रेल ट्रैक खाली कर दिए गए हैं, परंतु अब केंद्र सरकार मालगाडिय़ां चलाने के लिए यह शर्त मढ़ रही है कि किसान संगठन यात्री गाडिय़ां भी निकलने दें, जोकि निंदनीय है। वास्तव में केंद्र सरकार किसानों के आंदोलन को दबाने के लिए बहाने ढूंढ रही है, परंतु संगठन केंद्र सरकार का दबाव नहीं सहन करेंगे।
किसान नेताओं ने कहा कि भाजपा पूरी तरह बौखला चुकी है। इसीलिए वह अपने अस्तित्व को बचाने के लिए पंजाब में दलित कार्ड खेल रही है। भाजपा शासित यू.पी. जैसे सूबों में दलितों पर लगातार जुल्म हो रहे हैं। परन्तु पंजाब में भाजपा बड़ी बेशर्मी से अपने अस्तित्व को बचाने के लिए अपने आपको दलित समर्थक पेश करने की कोशिश कर रही है। भाजपा के इस दोगले किरदार को पंजाब के लोग समझते हैं।
किसान संगठनों के नेता बलबीर सिंह राजेवाल, कुलवंत सिंह संधू, जङ्क्षतद्र सिंह छीना और जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि दलित विद्यार्थी वजीफे में घपलों का लंबे समय के बाद पर्दाफाश हुआ था और हमारी भी मांग है कि इस घपले की जांच हो और दोषियों को सजाएं हों, परंतु अब जब किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ भाजपा नेताओं के जगह-जगह घेराव हो रहे हैं तो साजिश के अंतर्गत इस घपले के नाम पर सार्वजनिक सरगर्मियां शुरू करके किसानों को भड़काने के प्रयास किए जा रहे हैं। नेताओं ने कहा कि किसान संगठन चौकस है और भाजपा के पंजाब में तनाव पैदा करने के इस कदम का पूरी सूझबूझ के साथ जवाब देंगे।
26-27 को होगी देशभर के संगठनों की मीटिंग
उन्होंने ग्रामीण मजदूर और खेत मजदूर सभाएं, दलित संगठनों और खासकर बहुजन समाज पार्टी को भी अपील की कि पंजाब के लोगों में फूट डालने की भाजपा की साजिश को नाकाम करने के लिए आगे आएं और दलित भाईचारे को इस साम्प्रदायिक और ‘जात-पात खेल’ बारे चौकस करें। किसान नेता जगमोहन सिंह पटियाला ने कहा कि 26 और 27 अक्तूबर को दिल्ली में देशभर के किसान संगठन मीटिंग करके राष्ट्रीय स्तर का तीखा संघर्ष तैयार करेंगे।