Edited By Vatika,Updated: 10 Oct, 2020 01:38 PM
आम आदमी पार्टी (आप) के विधायकों ने पंजाब विधानसभा के समक्ष धरना-प्रदर्शन कर कै. अमरेंद्र सिंह को पंजाब विरोधी करार दिया है।
चंडीगढ़ (रमनजीत): आम आदमी पार्टी (आप) के विधायकों ने पंजाब विधानसभा के समक्ष धरना-प्रदर्शन कर कै. अमरेंद्र सिंह को पंजाब विरोधी करार दिया है। उन्होंने मांग की कि मुख्यमंत्री तुरंत सर्वदलीय बैठक बुलाकर किसान जत्थेबंदियों के अध्यक्षों को मीटिंग में शामिल करें। कृषि माहिरों के साथ विचार-विमर्श कर 15 अक्तूबर से पहले विधानसभा का सैशन बुलाएं ताकि किसानों समेत सभी वर्गों को बर्बाद होने से बचाने के लिए जल्द हल ढूंढा जा सके।
उप नेता विपक्ष सरबजीत कौर माणूंके के नेतृत्व में विधानसभा के समक्ष धरने को कुलतार सिंह संधवां, मीत हेयर, प्रो. बलजिंद्र कौर, मनजीत सिंह बिलासपुर, कुलवंत सिंह पंडोरी, मास्टर बलदेव सिंह ने संबोधन किया। धरने में पार्टी नेता राज लाली गिल और गोविंद्र मित्तल भी शामिल थे। माणूंके ने कहा कि केंद्र की कृषि कानूनों को पास करवाने में कै. अमरेंद्र ने अहम भूमिका निभाई है और वह अब पंजाब में रैलियां कर जनता को गुमराह कर रहे हैं, परंतु यह अच्छी तरह समझ लें कि जनता अब राजनीतिक चालों में नहीं आएगी। माणूंके ने कहा कि आम आदमी पार्टी पहले दिन से ही कृषि विरोधी काले कानूनों का विरोध करती आई है और तब तक विरोध करती रहेगी जब तक रद्द नहीं कर दिया जाता।
विधायकों ने कहा कि पंजाब के किसानों, खेत-मजदूरों, मुनीमों, आढ़तियों, ट्रांसपोर्टरों, छोटे दुकानदारों आदि वर्गों की मांग है कि 15 अक्तूबर से पहले विधानसभा बुलाई जाए। ‘आप’ विधायकों ने मांग को मुख्यमंत्री के कानों तक पहुंचाने के लिए विधानसभा के बाहर धरना लगाया है। उन्होंने कहा कि किसानों के संघर्ष को कमजोर और ‘तारपीडो’ करने के लिए कैप्टन-बादल-मोदी एक योजना के अंतर्गत चाल चल रहे हैं, परंतु ‘आप’ किसी भी कीमत पर कामयाब नहीं होने देगी।