Edited By Mohit,Updated: 05 Feb, 2021 04:52 PM

केंद्र सरकार के काले कानूनों के खिलाफ चल रहे किसानी आंदोलन के दौरान पंजाब में होने वाली..........
चंडीगढ़ः केंद्र सरकार के काले कानूनों के खिलाफ चल रहे किसानी आंदोलन के दौरान पंजाब में होने वाली नगर कौंसिल चुनावों के लिए भारतीय जनता पार्टी को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। नगर निगम की 14 फरवरी को होने जा रहे चुनावों के दौरान 9 नगर निगमों, 109 नगर कौंसिलों और नगर पंचायतों के 2302 वार्डों में भाजपा द्वारा 670 उम्मीदवार खड़े किए गए हैं।
अगर सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी की बात करें तो पार्टी द्वारा इन चुनावों के लिए 1652 उम्मीदवार मैदान में उतारे गए हैं, जबकि शिरोमणि अकाली दल द्वारा 1526, आम आदमी पार्टी द्वारा 1155 और बहुजन समाज पार्टी द्वारा 102 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। राज्य चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार भाजपा ने 29 प्रतिशत सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं।
दूसरी ओर कांग्रेस द्वारा 72 प्रतिशत सीटों पर उम्मीदवारों को उतारा गया है, जबकि अकाली दल के 66 प्रतिशत और आम आदमी पार्टी के 49 प्रतिशत उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। भाजपा के खिलाफ लोगों में गुस्से की लहर को देखते कांग्रेस और अन्य पार्टियों ने किसान आंदोलन की हिमायत की है।
इस बारे में कांग्रेस के सूत्रों का कहना है कि चाहे पार्टी सारी सीटों पर चुनाव लड़ रही है लेकिन कुछ नगर कौंसिलों और नगर पंचायतों में उम्मीदवारों ने सियासी कारणों करके आजाद उम्मीदवार द्वारा कागज दाखिल किए हैं। बता दें कि 14 फरवरी को होने वाले चुनावों में कुल 39,15,280 मतदाता हिस्सा लेंगे। इन मतदाताओं में 20,49777 पुरुष, 1865354 महिलाएं और 149 ट्रांसजेंडर शामिल हैं।