माता चिंतपूर्णी दरबार में Couple श्रद्धालु की पिटाई, मौके पर इकट्ठे हुए लोग लेकिन...

Edited By Vatika,Updated: 22 Sep, 2023 11:09 AM

couple beaten in mata chitpurni darbar

एकदम से धक्का-मुक्की के माहौल के कारण मेरी पत्नी लाइन से बाहर साइड में खड़ी हो गई।

जालंधर : माता चिंतपूर्णी दरबार में सीनियर सिटीजन दंपति की पिटाई का मामला सामने आया है। जालंधर के राजा गार्डन में रहने वाले 70 वर्षीय रत्न ठाकुर (मूल निवासी जिला हमीरपुर, हिमाचल) अपनी पत्नी कला देवी के साथ 17 सितम्बर को माता चिंतपूर्णी के दर्शनों के लिए गए थे, जहां उनसे मारपीट की गई।

पत्नी के दांत से बहने लगा खून
इस संबंध में पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति मंच ने प्रदेश प्रधान किशनलाल शर्मा की अगुवाई में एडीशनल डिप्टी कमिश्नर वरिंदरपाल सिंह बाजवा को दंपति से की गई मारपीट के विरोध में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा। ठाकुर ने बताया कि जब हम लिफ्ट द्वारा दर्शनों के लिए पर्ची बनवाने ए.डी.बी. भवन में लाइन में खड़े थे तो वहां एकदम से धक्का-मुक्की के माहौल के कारण मेरी पत्नी लाइन से बाहर साइड में खड़ी हो गई। इसी बीच वहां खड़े एक व्यक्ति ने मेरी पत्नी से दुर्व्यवहार करते हुए उसे भी लाइन में लगने को कहा, जब मैंने गलत व्यवहार का एतराज किया तो उक्त व्यक्ति मुझे मेरी कमीज से पकड़ खींचने लगा, मुझे छुड़ाने आई मेरी पत्नी को उक्त व्यक्ति ने थप्पड़ मार दिया, जिससे मेरी पत्नी के दांत में चोट आई और खून बहने लगा। पीड़ित ने कहा कि मौके पर लोगों को इकट्ठा होता देख उक्त व्यक्ति अपने साथियों सहित मौके से भाग गया।

दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग
रत्न ठाकुर ने कहा कि मारपीट के विरोध में उन्होंने थाना चिंतपूर्णी में शिकायत दर्ज कराई। जब पुलिस अधिकारियों ने घटनास्थल पर जाकर वहां तैनात सुरक्षा कर्मियों से सी.सी.टी.वी. रिकॉर्डिंग मांगी तो कहा गया कि सी.सी.टी.वी. कैमरे 2 दिनों से खराब हैं। वे पुलिस के कहने पर सिविल अस्पताल में एम.एल.आर. कटवाने गए परंतु वहां डॉक्टर न होने के कारण अगले दिन आने को कहा गया जबकि पत्नी की तबीयत खराब होने के कारण वह उसी दिन वापस जालंधर लौट आए।किशनलाल ने बताया कि चिंतपूर्णी मंदिर में सीनियर सिटीजन, दिव्यांग व चोटिल श्रद्धालुओं के लिए एक लिफ्ट लगाई गई है जिसका प्रशासन ने 50 रुपए शुल्क रखा है, परंतु अब मंदिर श्राइन बोर्ड ने लिफ्ट को कमाई का जरिया बना लिया है जिसके तहत कोई भी व्यक्ति 1100 रुपए देकर लिफ्ट के जरिए मंदिर में मां के दर्शनों को जा सकता है। अब लिफ्ट के लिए पर्ची कटवाने को लेकर युवाओं व हृष्ट-पुष्ट लोगों का भारी जमावड़ा लगने लगा है और सही मायनों में सीनियर सिटीजन, दिव्यांग व जरूरतमंद लोगों को धक्के खाने को मजबूर होना पड़ रहा है। किशनलाल ने हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू से माता के दरबार में एक मां से की गई मारपीट की घिनौनी हरकत के मामले का कड़ा संज्ञान लेते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि लिफ्ट की आड़ में शुरू किए कारोबार को तुरंत बंद किया जाए।
 

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