Edited By Vatika,Updated: 04 Nov, 2024 11:13 AM
चुनावों में युवाओं की रुचि बढ़ाने और उन्हें जिम्मेदार नागरिक बनाने के उ्देश्य से केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने शानदार कदम उठाए हैं।
लुधियाना (विक्की): चुनावों में युवाओं की रुचि बढ़ाने और उन्हें जिम्मेदार नागरिक बनाने के उ्देश्य से केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने शानदार कदम उठाया हैं। अब स्कूलों में छात्रों को पढ़ाई के साथ जिम्मेदार नागरिक बनने का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। सैंट्रल बोर्ड ऑफ सैकेंडरी एजुकेशन (सी.बी.एस.ई.) ने सभी स्कूलों में ‘इलैक्टोरल लिटरेसी क्लब’ और ‘डैमोक्रेसी रूम’ स्थापित करने के निर्देश जारी किए हैं। इस पहल के अंतर्गत स्कूलों में छात्रों को लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं से परिचित कराना और उनमें जिम्मेदारी की भावना विकसित करना मुख्य उद्देश्य रहेगा।
इन क्लबों के माध्यम से छात्रों को लोकतांत्रिक सोच और देश के प्रति उनकी जिम्मेदारी के प्रति जागरूक किया जाएगा। क्लब में एक शिक्षक एडवाइजर या को-ऑर्डीनेटर होंगे जो छात्रों को चुनाव प्रक्रिया से जुड़ी गतिविधियों में हिस्सा दिलवाएंगे। इन क्लबों में न्यूजपेपर, मैगजीन, और ऑनलाइन सोर्सेज उपलब्ध होंगे ताकि छात्र इससे जुड़ी जानकारी हासिल कर सकें। इसके साथ ही क्लब में गैस्ट स्पीकर्स भी आमंत्रित किए जाएंगे जो छात्रों को लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं की जानकारी देंगे और प्रशिक्षण देंगे। स्कूल अपने इलैक्टोरल लिटरेसी क्लब को चुनाव आयोग के साथ राजिस्टर्ड भी कर सकते हैं जिससे उन्हें और अधिक संसाधन और गतिविधियों के आइडिया मिलेंगे। इस पहल से छात्रों में जिम्मेदारी, नेतृत्व और लोकतांत्रिक मूल्यों का विकास होगा। स्कूलों को चुनाव विभाग के साथ को-आर्डीनेशन करने को भी कहा गया है। मिली जानकारी के मुताबिक स्कूलों में 9वीं से 12वीं कक्षा के विधार्थियों के बीच आपस से संवाद भी करवाए जाएंगे ताकि स्टूडैंट्स चुनावी प्रक्रिया को पूरी तरह से समझ सकें। क्लब और लोकतंत्र कक्षा में चर्चा, बहस करने के लिए विद्यार्थियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। अलग-अलग दृष्टिकोण तलाशने, महत्वपूर्ण प्रश्न पूछने और अपने तर्कों को प्रस्तुत करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
क्लब में आयोजित होने वाली प्रमुख गतिविधियां
- इलैक्टोरल लिटरेसी वर्कशॉप्स : छात्रों को चुनाव प्रक्रिया को इंटरैक्टिव तरीके से समझाया जाएगा।
- मॉक इलैक्शन : जैसे वास्तविक चुनाव होते हैं, वैसे ही छात्रों के लिए मॉक इलैक्शन आयोजित किए जाएंगे ताकि वे वोटिंग प्रक्रिया को समझ सकें।
- डिबेट और डिस्कशन : यहां छात्रों को अपनी राय रखने और दूसरों की राय समझने का अवसर मिलेगा।
- वोटर रजिस्ट्रेशन ड्राइव : जो छात्र योग्य हैं, उन्हें वोटर बनने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इसके साथ ही चुनाव आयोग के प्रतिनिधि या अन्य विशेषज्ञ गैस्ट लैक्चर देंगे जिसमें वे छात्रों के साथ अपनी जानकारी साझा करेंगे।
“सी.बी.एस.ई. की ओर से उठाया गया यह कदम शानदार है। विद्यार्थियों को स्थानीय, राष्ट्रीय और वैश्विक मुद्दों के बारे में जानकारी देने के लिए स्कूल स्तर पर ही उनको अखबार, मैगजीन, ऑनलाइन डाटाबेस और अन्य संसाधन मुहैया होने से वे विश्व भर में रोजाना घटने वाली घटनाओं से अपडेट रहेंगे। इससे जहां स्टूडैंट्स की चुनावों के प्रति रुचि बढ़ेगी, वहीं उनको लोकतांत्रिक प्रक्रिया का महत्व समझ आएगा। ऐसा होन से युवा भविष्य में मतदान के प्रति भी जागरूक होंगे। स्टूडैंट्स का राजनीति के प्रति भी रुझान बढ़ेगा।