Edited By Vatika,Updated: 28 Dec, 2020 01:54 PM
कृषि कानूनों के पास करने के बाद पंजाब में भाजपा नेताओं के इस्तीफों का दौर लगातार जारी है।
राजपुराः कृषि कानूनों के पास करने के बाद पंजाब में भाजपा नेताओं के इस्तीफों का दौर लगातार जारी है। हलका राजपुरा में भाजपा को उस समय बड़ा झटका लगा, जब पंजाब भाजपा कार्यकारिणी मेंबर और सक्रिय नेता सीनियर एडवोकेट किशन सिंह ने कृषि कानूनों के विरोध में अपने पद और भाजपा की प्राथमिक मेंबरशिप से इस्तीफ़ा दे दिया है। उन्होंने इस्तीफ़े की कापी भाजपा के राष्ट्रीय प्रधान जे. पी. नड्डा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय जनरल सचिव बी. एल. संतोष, भाजपा राज्य प्रधान अश्वनी शर्मा और जनरल सचिव दिनेश कुमार को भेज दी है।
एडवोकेट किशन सिंह का कहना है कि केंद्र सरकार की तरफ से जो खेती कानून पास किए गए हैं, के विरोध में पिछले 1 महीने से दिल्ली बार्डर पर किसान जत्थेबंदियां धरना दे रही हैं। केंद्र सरकार कानून रद्द करने की जगह सिर्फ़ बातें करके गुमराह कर रही है। वह किसान परिवार से संबंध रखते हैं और किसान के हकों के लिए लड़ेंगे। इस कारण उनकी तरफ से पार्टी के पद से इस्तीफ़ा दे दिया गया है।
महिला विंग पंजाब की मीत प्रधान रंजना शर्मा ने भी दिया इस्तीफा
फतेहगढ़ साहिब में भाजपा की सक्रिय नेता महिला विंग पंजाब की मीत प्रधान रंजना शर्मा अपने साथियों सहित किसानों के प्रति केंद्र सरकार की तरफ से अड़ियल रवैया अपनाने के रोष के तौर पर इस्तीफ़ा देकर ‘आप ’ में शामिल हो गई। इस संबंधित राज्य प्रवक्ता गुरविन्दर सिंह ढिल्लों ने बताया कि ‘आप ’ सरकार की तरफ से दिल्ली में किसानों के लिए आवाज बुलंद करने के साथ-साथ आंदोलन में किसानों -मज़दूरों को हर तरह की सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही हैं।