नई दिल्ली /लुधियाना: दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर परेड दौरान हुई हिंसा को सांसद रवनीत बिट्टू ने बहुत ही निंदनीय घटना बताया है। बिट्टू ने इस घटना के पीछे सिख फॉर जस्टिस का हाथ बताते कहा कि पंजाबी पूरे देश का पेट भरते हैं लेकिन आज कुछ लोगों ने आज हम पर ही सवाल खड़े कर दिए है।

बिट्टू ने कहा कि सिख फॉर जस्टिस ने साफ़ कहा था की लाल किले पर झंडा लहराया जाएगा और किसान अपनी परेड निकालते, इससे पहले ही ऐसे शरारती तत्वों ने अपनी योजना बना ली। उन्होंने कहा कि हिंसा की योजना दीप सिद्धू की तरफ से ही बनाई गई थी और रात को इनके लोग आंदोलन में पहुंच चुके थे। लाल किले पर जाने या वहां झंडा लहराने का किसी किसान नेता का कोई प्रोगराम नहीं था।

ये लोग हथियार लेकर लाल किले के अंदर गए थे और यदि यह किसान होते तो वहां बैठ जाते और अपनी, गिरफ़्तारियां देते लेकिन उनकी तरफ से ऐसा कुछ नहीं किया गया। इन लोगों ने झंडा लहराकर उसकी तस्वीरें खिंचीं और उसी समय पाकिस्तान ने अपने चैनलों पर डाल दिया कि आज 26 जनवरी को 72वें गणतंत्र दिवस पर खालिस्तान का लाल किले पर कब्ज़ा हो गया। उनका कहना है कि लाल किले की घटना ने हर पंजाबी के मन को ठेस पहुंचाई है। बिट्टू ने आखिर में दावा किया कि यदि हम सभी इकट्ठा होकर तीनों ही खेती कानूनों के खिलाफ आंदोलन लड़ेंगे तो यह कानून जरूर रद्द होंगे और उनकी जीत होगी।
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