Edited By Vatika,Updated: 02 Nov, 2024 04:20 PM
जीवन से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
तलवंडी भाई: सिंथेटिक दूध और अन्य खाने-पीने की चीजों में मिलावट और नकली उत्पादों के बाद अब पंजाब में बड़े पैमाने पर नकली देसी घी बेचे जाने का मामला सामने आया है। तलवंडी भाई के निकटवर्ती गांव बघेले वाला के एक मजदूर द्वारा अपने परिवार के खाने के लिए लाया देसी घी नकली निकला, उसकी जांच करने पर 25 फीसदी घी असली था, जबकि बाकी 75 फीसदी मिलावटी होने की पुष्टि हुई।
उक्त व्यक्ति जगजीत सिंह ने बताया कि पिछले दिनों उसने मोगा के एक दुकानदार से 2 किलो देसी घी खरीदा था। आज उसमें से कुछ घी निकाला तो देखा कि घी के नीचे कुछ मिलावटी पदार्थ होने पर शक हुआ। इस घी को कुछ अन्य लोगों को दिखाने के बाद उसने एक डॉक्टर को भी दिखाया, जिस पर उसने इस घी की पुष्टि की और कहा कि केवल 25 प्रतिशत घी ही असली है जबकि बाकी नकली है, जो रिफाइंड और अन्य पदार्थों से तैयार किया जाता है।
जगजीत सिंह ने बताया कि उसने यह घी 600 रुपए प्रति किलो के हिसाब से खरीदा था। स्वस्थ शरीर के लिए खाया जाने वाला ऐसा देसी घी सेहत के लिए कितना खतरनाक साबित हो सकता है, इसका अंदाजा लगाना नामुमकिन है। ऐसे मिलावटी उत्पाद तैयार कर मानव जीवन से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।