Edited By Vatika,Updated: 28 Nov, 2019 09:46 AM
पंजाब की मौजूदा वित्तीय हालत काफी गंभीर हो चुकी है। पंजाब का यह मुद्दा आज देश की संसद में भी गूंजा।
चंडीगढ़ (भुल्लर): पंजाब की मौजूदा वित्तीय हालत काफी गंभीर हो चुकी है। पंजाब का यह मुद्दा आज देश की संसद में भी गूंजा। इससे पहले राज्य के वित्त मंत्री मनप्रीत बादल पिछले दिनों केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से जी.एस.टी. काऊंसिल की मीटिंग के समय मिलकर जी.एस.टी. सिस्टम के कारण पंजाब के हो रहे वित्तीय नुक्सान से उन्हें अवगत करवा कर राज्य के हिस्से की बकाया राशि जारी करने की गुहार लगा चुके हैं।
आज राज्यसभा में पंजाब के कांग्रेसी मैंबर प्रताप सिंह बाजवा ने पंजाब के वित्तीय संकट का मामला उठाते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री को तुरंत दखल देकर जी.एस.टी. का राज्य के हिस्से का बनता बकाया बिना देरी जारी करने की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि पिछले कई महीनों से पंजाब का जी.एस.टी. का मुआवजा केंद्र द्वारा जारी नहीं किया जा रहा जोकि 4100 करोड़ रुपए के लगभग है। यह राशि पंजाब को न मिलने के कारण राज्य में वित्तीय एमरजैंसी वाली स्थिति बनी हुई है।
5 हजार करोड़ के बिल पैंडिंग
जहां इस समय पंजाब भारी कर्ज के बोझ तले दबा है वहीं राज्य के खजाने की स्थिति के कारण 5 हजार करोड़ के बिल अदायगी के लिए पैंङ्क्षडग हैं। इसमें कर्मचारियों के डी.ए. आदि की राशि भी शामिल है। इस स्थिति संबंधी राज्य के वित्त मंत्री मनप्रीत बादल ने केंद्रीय वित्त मंत्री से गुहार लगाने के अलावा राज्य के मुख्यमंत्री को मौजूदा वित्तीय हालात की जानकारी देते हुए पत्र लिखकर आमदनी के संसाधन बढ़ाने के लिए तुरंत कदम उठाने की अपील की है।