Edited By Vatika,Updated: 01 Apr, 2022 02:21 PM

पंजाब सरकार की तरफ से चंडीगढ़ के मुद्दे पर आज विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया।
चंडीगढ़: पंजाब सरकार की तरफ से चंडीगढ़ के मुद्दे पर आज विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया। इस सत्र में केंद्र सरकार को चंडीगढ़ तुरंत पंजाब को सौंपने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास किया गया। इस दौरान जहां कांग्रेस, अकाली दल और बसपा ने इसका समर्थन किया, वहीं भाजपा की तरफ से इसका विरोध किया गया।
भाजपा पंजाब प्रधान अश्वनी शर्मा ने इसका विरोध करते हुए सरकार की मंशा पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि मुझे मुख्यमंत्री के प्रस्ताव पर शक है, मैं इसका विरोध करता हूं। उन्होंने कहा कि पंजाब अंदर एक रिवायत चलती आ रही है कि अपनी नाकामी छिपाने के लिए पंजाब की जनता को गुमराह किया जाता है। यह प्रस्ताव भी इसी कड़ी का हिस्सा है। भाजपा विधायक ने पूछा कि पहले चंडीगढ़ में सैंट्रल रूल लागू होते थे। उस समय पंजाब के स्केल बढ़े तो उनकी मांग पर यह नियम लागू कर दिए गए। उन्होंने कहा कि इस बारे सोचना चाहिए कि चंडीगढ़ के मुलाजिमों को उसकी ज़रूरत क्यों पड़ी। इस दौरान स्पीकर ने उनको टोका कि उनका 2 मिनट का समय था जिससे वह अधिक बोल चुके हैं और उन्हें बिठा दिया गया।