Edited By Vatika,Updated: 28 Jun, 2022 04:40 PM
संगरूर लोकसभा उपचुनावों में मिली हैरान करने वाली हार के बाद जहां
लुधियाना (विक्की): संगरूर लोकसभा उपचुनावों में मिली हैरान करने वाली हार के बाद जहां आम आदमी पार्टी मंथन करने की बात कह रही है वहीं राज्य में संगठन को फिर से मजबूत करने के लिए भी वर्किंग शुरू होने की बात सामने आई है।
इस श्रृंखला में सरकार बनने के बाद से ही अनदेखी के चलते घर बैठे पुराने वालंटियर्स को एक्टिव करने के लिए जहां इसी हफते से मीटींगों का सिलसिला शुरू होगा वहीं पंजाब में आने वाले दिनों में पार्टी को नया प्रधान भी मिलने की चर्चाएं शुरू हो गई हैं। बताया जा रहा है कि आने वाले 2-3 महीनों में आम आदमी पार्टी के पंजाब प्रधान की जिममेदारी किसी सीनियर नेता को सौंपी जा सकती है। जानकारी के मुताबिक वर्ष 2014 में आम आदमी पार्टी से संासद बनने वाले भगवंत मान 2017 से ही पंजाब में पार्टी के प्रधान की जिममेवारी भी संभाल रहे हैं। लेकिन मुखयमंत्री बनने के बाद उनके कंधों पर सरकार चलाने की बड़ी जिममेवारी भी आ गई है जिसके चलते संगठन को पूर्व की तरह समय न दे पाने से पार्टी की गतिविधीयां पिछले 3 महीने से थम सी गई हैं।
पार्टी सूत्रों की मानें तो जब से राज्य में सरकार बनी है तब से लेकर आज तक सिर्फ जिला प्रधानों व लोकसभा हल्का इंचार्जों के साथ मान की एक ही संयुक्त मीटींग हुई है। यही नही चुनावों से पहले तक ग्रांउड स्तर पर कार्य करने वाला वालंटियर भी पार्टी की गतिविधीयां न होने के चलते निराश होकर घर बैठ गया जो कि संगरूर उपचुनावों में भी प्रचार के लिए पूरी उत्सुकता से नहीं निकला। जिसका नतीजा आज सबके सामने है। पार्टी के एक शीर्ष नेता ने बताया कि नया पंजाब प्रधान बनाने को लेकर सरकार बनने के बाद 2-3 बार चर्चा हो चुकी है। अब पार्टी हाईकमान की ओर से किसी सीनियर वर्कर को ही यह जिममेवारी सौंपी जा सकती है। उन्होने बताया कि उममीद है कि नगर निगम चुनावों से पहले पार्टी प्रधान के रूप में कोई नया चेहरा दे सकती है।