Edited By Urmila,Updated: 24 May, 2022 05:38 PM
शिक्षा की क्रांति लाने के लिए अध्यापक वर्ग का कीमती योगदान होगा। सरकारी स्कूलों में मेरिट के साथ चुने हुए अध्यापक भर्ती होते हैं और वह अपनी बेहतर पढ़ाने की तकनीकों के साथ स्कूली शिक्षा को ...
चंडीगढ़: शिक्षा की क्रांति लाने के लिए अध्यापक वर्ग का कीमती योगदान होगा। सरकारी स्कूलों में मेरिट के साथ चुने हुए अध्यापक भर्ती होते हैं और वह अपनी बेहतर पढ़ाने की तकनीकों के साथ स्कूली शिक्षा को और गुणात्मिक और मानक बना सकते हैं। स्कूल प्रमुख अपने स्टाफ की सहायता के साथ बढ़िया जुगतबंदी करके बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ा कर गुणात्मिक शिक्षा प्रदान कर सकते हैं। यह बात आज शिक्षा मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने स्कूल शिक्षा विभाग के एजुसेट के द्वारा पंजाब के समूह जिला शिक्षा अफसरों (सेकेंडरी और एलिमेंट्री शिक्षा), डाइट प्रिंसिपल, ब्लाक प्राथमिक शिक्षा अफसरों, सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल, मुख्य अध्यापक और इंचार्जों के साथ शिक्षा सुधारों सम्बन्धित पहली मीटिंग दौरान कही। शिक्षा मंत्री ने समूह आधिकारियों और स्कूल मुखियों से शिक्षा सुधारों के लिए सुझाव मांगे गए हैं और वह एक बार फिर याद करवाते हैं कि यह सुझाव स्कूल प्रमुख अपने स्कूल के अध्यापकों और अन्य कर्मचारियों, विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों के परामर्श के साथ दिए जाने चाहिएं।
शिक्षा मंत्री मीत हेयर ने कहा कि वह सरकारी स्कूलों में लगातार दौरे पर जा रहे हैं और उन्होंने दिल्ली के स्कूलों में भी अपनी टीम के साथ दौरा किया है। उन्होंने दिल्ली के बढ़िया कामों को भी सांझा किया। उन्होंने पंजाब के स्कूलों में दौरों दौरान अच्छे तजुर्बों की तारीफ की और साथ यह भी कहा कि इन स्कूलों में गुणात्मिक शिक्षा को और अधिक किए जाने वाली जरूरत को दरकिनार नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने स्कूलों में बच्चों का सीखने स्तर पता लगाने के लिए अध्यापकों को अपने बच्चों की बेसलाइन जांच ईमानदारी के साथ रिकार्ड करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि बेसलाइन जांच की विभाग की तरफ से फीडबैक लेने के लिए विशे। टीमें गठन करके समीक्षा करवाई जाएगी। मीत हेयर ने मीटिंग दौरान यह बात भी दोहराई कि पंजाब सरकार की भविष्य के लिए योजना है कि अध्यापकों से किसी किस्म का नान-टीचिंग काम नहीं लिया जाएगा। शिक्षा मंत्री ने पिछले दिनों शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर स्कूल मुखियों से शिक्षा सुधार के लिए सुझाव मांगे गए थे, उसमें कुछ स्कूल मुखियों के प्राप्त हुए सुझावों को भी पढ़ा और मुखियों की तरफ से पोर्टल के दिए जा रहे अच्छे जवाबों की भी सराहना की।
उन्होंने कहा कि वह सभी सुझावों को निजी तौर पर भी पढ़ रहे हैं और इन पर विचार करके ही नई नीति तैयार की जाएगी। उन्होंने कहा कि विभाग की वेबसाइट पर मांगे गए सुझावों की तारीख में 30 मई 2022 तक का विस्तार कर दिया गया है। इससे पहले डी.पी.आई. (सेकेंडरी शिक्षा) कुलजीत पाल सिंह ने विभाग के अन्य आधिकारियों के साथ मिलकर शिक्षा मंत्री मीत हेयर का शिक्षा विभाग के मुख्य दफ्तर में पहुंचने पर स्वागत किया। इस मौके पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन योगराज, डी.पी.आई. (एलिमेंट्री शिक्षा) हरिन्दर कौर, डिप्टी एस.पी.डी. गुरजीत सिंह, डिप्टी डायरेक्टर गुरजोत सिंह, बोर्ड के वाईस चेयरमैन डा. वरिन्दर भाटिया, डा. भुपिन्दर सिंह बाठ भी उपस्थित थे।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here
पंजाब की खबरें Instagram पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here