Edited By Vaneet,Updated: 22 Jul, 2019 10:56 PM

आई.सी.पी. अटारी बार्डर पर पाकिस्तान से आयातित नमक की खेप से 532 किलो हैरोइन व...
अमृतसर(नीरज): आई.सी.पी. अटारी बार्डर पर पाकिस्तान से आयातित नमक की खेप से 532 किलो हैरोइन व 52 किलो मिक्स्ड नार्कोटिक्स पकड़े जाने के मामले में नमक आयात करने वाले व्यापारी व मुख्य आरोपी गुरपिन्द्र सिंह की जेल में मौत होने के बाद सोमवार को कड़े सुरक्षा प्रबंधों में उसका पोस्टमार्टम करवा दिया गया। गुरपिन्द्र के परिवार वालों ने जहां इस मौत को एक साजिश करार दिया है वहीं अमृतसर जिला प्रशासन इस संबंध में कोई भी जानकारी देने से बचता रहा, यहां तक कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की तरफ से इस मामले की गंभीरता को देखते हुए ए.डी.सी. (ज) अमृतसर हिमांशु अग्रवाल को मैजिस्ट्रेट जांच करने के आदेश दिए गए थे लेकिन हिमांशु अग्रवाल ने भी मीडिया से दूरी बनाए रखी। ए.डी.सी. ने इतना जरूर कहा है कि उन्होंने इस केस की मैजिस्ट्रेट जांच शुरू कर दी है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट व अन्य पहलुओं को देखने के बाद ही वह सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे। हालांकि पोस्टमार्टम के दौरान गुरपिन्द्र के शरीर पर कोई ऐसा घाव नहीं दिखा जिसमें उसकी हत्या या किसी प्रकार के हमले की पुष्टि हो सके।
कुछ सुलगते सवाल
-गुरपिन्द्र को कुछ दिन पहले ही शूगर की समस्या के चलते अस्पताल में भर्ती करवाया गया था और वह जेल में लाते समय पूरी तरह से स्वस्थ था फिर ऐसा क्या हो गया कि उसकी मौत हो गई?
-532 किलो हैरोइन की खेप जैसे अमृतसर या पंजाब के ही नहीं बल्कि देश में सबसे बड़ी हैरोइन तस्करी के मामले में आरोपी गुरपिन्द्र को इतना लापरवाही से जेल में क्यों रखा गया था जबकि इसी जेल में हैरोइन तस्करी के बड़े-बड़े आका बंद हैं और अपनी धाक जमाए हुए हैं?
-अमृतसर केन्द्रीय जेल जिसमें हाल ही में जेल वार्डन को नशीले पदार्थ के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया और हाल ही में एक लड़की से 50 ग्राम हैरोइन पकड़ी गई, ऐसी जेल में गुरपिन्द्र को क्यों रखा गया जबकि गुरपिन्द्र 532 किलो जैसे हैरोइन तस्करी के हाईप्रोफाइल केस में बहुत कुछ जानता था।
जेलों में अपराधियों की मौत की हाईकोर्ट की निगरानी में हो जांच
शिरोमणि अकाली दल ने न्यायिक हिरासत में अपराधियों की मौतों की पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की निगरानी में जांच करवाने की मांग की है। इसके साथ ही पार्टी ने पंजाब की जेलों में प्रशासनिक प्रबंध तहस-नहस होने के लिए जेल मंत्री सुखजिंद्र रंधावा को बर्खास्त करने की मांग की है। पूर्व मंत्री सुखजिंद्र सिंह ग्रेवाल ने कहा कि बरामद 532 किलो हैरोइन के मुख्य दोषी गुरपिंद्र की अमृतसर जेल में हुई मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या गुरपिंद्र की मौत के पीछे कोई बड़ी साजिश है? अकाली नेता ने कहा कि इससे पहले बेअदबी कांड के दोषी महेंद्रपाल बिट्टू का नाभा जेल में कत्ल हो गया था। उन्होंने कहा कि लुधियाना जेल में भी एक केस हुआ था, जिसमें कैदी की रहस्यमयी हालात में मौत के बाद प्रदर्शन कर रहे कैदियों पर की गोलाबारी में अन्य एक कैदी की मौत हो गई थी। इसी तरह पटियाला जेल में जबरन वसूली के मामले सामने आ चुके हैं, जहां गैंगस्टरों द्वारा जेल अधिकारियों से मिलकर कैदियों से यह कार्य किया जा रहा था। इन सभी केसों की जांच होनी चाहिए।