Edited By Tania pathak,Updated: 04 Dec, 2020 02:10 PM
उसने कहा कि जब तक का सत्र बुला कर मोदी काले कानून को वापस नहीं लेते, उस समय तक वह और उसके माता -पिता घर वापस नहीं जाएंगे।
दसूहा (झावर): दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन में दसूहा के गांव मांगट की 11 वर्षीय बच्ची गुरसिमरन कौर भी गई है। बेट इलाके के किसानों के साथ अपने माता -पिता के साथ दिल्ली में पहुंची यह बच्ची चर्चा का विषय बनी हुई है।
जब इस बच्ची को किसानों के जलसा में बोलने का मौका दिया गया तो उसने बहुत भोलेपन के साथ कहा कि मोदी पंजाब के किसानों को अनपढ़ समझ रहे हैं जबकि सब किसान पढ़े लिखे हैं। उसने कहा कि 'मोदी चाय बेचने से भारत के प्रधानमंत्री बने हैं, जो अपने परिवार को नहीं संभाल सकते, वह देश को क्या संभालेंगे।' इस बच्ची ने कहा कि जो औरतें क्लबों में ब्यूटी पार्लरों में जा रही हैं, इस को छोड़ कर वह दिल्ली की तरफ भी रवाना हो।
स्कूल की किताबें भी साथ लेकर पहुंची पंजाब की बेटी
उसने कहा कि पहले दो साल किसानों को कॉर्पोरेट घराने फ़सल का अधिक रेट देंगे, इसके बाद यह प्राइवेट कंपनियां किसानों को लूटने और उनकी जमीन हड़पने के लिए फसलों का बहुत कम रेट देंगे। उसने कहा कि वह अपने पिता राजपाल और माता सुखबीर कौर के साथ आई है और स्कूल की किताबें भी साथ लाई है। पंजाब में जो ऑनलाइन पढ़ाई चल रही है, वह उसी के माध्यम से पढ़ रही है और जब तक काले कानून वापस नहीं होते तब तक वह अपनी परीक्षा भी यहीं देगी।
उसने कहा कि जब तक लोकसभा का सत्र बुला कर मोदी काले कानून को वापस नहीं लेते, उस समय तक वह और उसके माता -पिता घर वापस नहीं जाएंगे। दिल्ली में आंदोलन कर रहे किसानों ने बच्ची की जमकर तारीफ की। उक्त बच्ची गुरसिमरन कौर की वीडियो फेसबुक पर भी काफी लोकप्रिय हो रही है।