Edited By Sunita sarangal,Updated: 12 Feb, 2020 11:28 AM
शहर हो चाहे देहाती इलाका, हर तरफ आवारा कुत्तों का आतंक
जालंधर(शौरी): शहर और देहाती इलाके में आवारा कुत्तों का आतंक व्याप्त है। प्रशासन की ढीली कार्रवाई के चलते आवारा कुत्तों की समस्या हल नहीं हो पा रही है, जिसके चलते लोगों में रोष व्याप्त है। हर दिन लोग आवारा कुत्तों का शिकार बन रहे हैं। वहीं जंडू सिंघा रोड के पास पड़ते गांव कंगनीवाल में भी आवारा कुत्तों का झुंड ने दूध लेने जा रही महिला व उसकी 1 साल की मासूम बच्ची पर टूट पड़ा और बुरी तरह से नोच डाला।
जानकारी के अनुसार गांव कंगनीवाल में कुत्ते बच्ची को दांतों से घसीट कर खेतों में लेकर जा रहे थे, तभी मां बच्ची को बचाने आई तो कुत्तों ने उसके चेहरे, बाजू व शरीर के कई हिस्सों का मांस बुरी तरह से नोच खाया। गांव के लोगों ने ईटें मार कर कुत्तों को भगाया और फिर घायल मां-बेटी को सिविल अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती करवाया। उक्त पीड़ित महिला की पहचान कमलेश (36) पत्नी मदन लाल निवासी गांव कंगनीवाल के रूप में हुई है। पीड़िता ने बताया कि अपनी बेटी पवन के साथ दूध लेने खेतों के रास्ते जा रही थी कि इसी बीच 5 से 6 आवारा कुत्तों का झुंड भागता हुआ उसकी तरफ आया और बेटी को नोंचने लगा। वहीं डाक्टरों का कहना है कि महिला के घाव गहरे हैं और उसका उपचार किया जा रहा है।
उधर, घटना के बाद गांववासियों में रोष पाया जा रहा है। उनका कहना है कि प्रशासन को कई बार आवारा कुत्तों की समस्या से अवगत करवाया गया, लेकिन अभी तक न तो गांव पंचायत इस समस्या को हल कर पाई और न ही प्रशासन ने सुध ली है। गांववासियों ने कहा कि कुत्तों के खौफ से बच्चे घरों से बाहर नहीं निकल पाते हैं। उन्होंने जल्द जिला प्रशासन से इस समस्या का समाधान करने की मांग की है।
नगर निगम कर रहा लाखों रुपए खर्च, पर नहीं हल हो पाई समस्या
शहर में गत दिनों पिटबुल कुत्ते ने किला मोहल्ला में बच्चे को बुरी तरह से नोंच दिया था। यदि लोग डंडे मार कर उसे न भगाते तो बच्चे की जान भी जा सकती थी। इसके साथ 30 जनवरी को ए.एस.आई. राजिन्द्र कोहली जोकि थाना 4 में पी.सी.आर. टीम में तैनात है, की पत्नी रमा को न्यू बारादरी में आवारा कुत्ता, जोकि पागल हो गया था, ने नोच दिया था। हालांकि लोगों ने कुत्ते को मार दिया था, नहीं तो वह और लोगों को भी काट सकता था। शहर में आवारा कुत्तों की समस्या पर नगर निगम हर वर्ष लाखों रुपए खर्च कर रहा है, लेकिन फिर भी समस्या हल नहीं हो रही है?